फरीदाबाद में पाकिस्तान के खिलाफ एक अप्रत्याशित विरोध देखने को मिला। यह विरोध एनआईटी दो नंबर चौक पर स्थित विद्या निकेतन स्कूल के सामने हुआ, जहाँ सड़कों पर पाकिस्तान के झंडे का पोस्टर चिपकाया गया था। यह पोस्टर अचानक और रहस्यमय तरीके से सड़कों पर दिखाई दिए, जिससे इलाके के स्थानीय लोग और दुकानदार भी हैरान रह गए। यह घटना रात में घटित हुई, जब किसी ने चुपके से यह पोस्टर सड़कों पर चिपका दिए थे। स्थानीय लोगों का कहना है कि जब वे सुबह अपने कामों पर निकले तो उन्होंने इन पोस्टरों को सड़क पर देखा, जबकि देर शाम तक वहाँ कोई पोस्टर नहीं था।
स्थानीय दुकानदारों और राहगीरों का कहना था कि इस प्रकार का पोस्टर चिपकाना एक अप्रत्याशित घटना है, और इसके पीछे किसी ने जानबूझकर यह कदम उठाया है। विरोधस्वरूप, रास्ते से गुजरने वाले लोग इन पोस्टरों पर थूकते हुए और नफरत का इज़हार करते हुए नजर आए। यह घटनाक्रम पाकिस्तान के खिलाफ गुस्से को व्यक्त करता था, जो हाल ही में जम्मू कश्मीर के पहलगाम में आतंकवादी हमले की वजह से और भी तीव्र हुआ है।
स्थानीय निवासी नरेंद्र खत्री ने इस घटना के बारे में अपनी राय व्यक्त करते हुए कहा, “जिसने भी यह पोस्टर यहाँ चिपकाए हैं, उसने अच्छा काम किया है। बेगुनाहों की हत्या करने वाले आतंकवादियों को इस तरह का विरोध मिलना चाहिए।” नरेंद्र ने जम्मू कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले की कड़ी निंदा की और कहा कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल भारतीय नागरिकों को बल्कि पूरे देश को आहत करती हैं। उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों की कार्रवाई के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाए जाने चाहिए।
यह घटना स्थानीय समुदाय की गहरी भावना और गुस्से को दर्शाती है, जो पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा भारतीय जमीन पर किए गए हमलों से प्रभावित हुए हैं। यह विरोध केवल एक प्रतीकात्मक कृत्य था, लेकिन इसके जरिए स्थानीय लोगों ने अपनी नफरत और गुस्से को प्रदर्शित किया।