एग्जाम में फेल होने से छात्र हुआ निराश, फिर छोड़ दी जीने की आस, फंदे पर झूल किया सुसाइड

‘असफल होना कोई गुनाह नहीं है, लेकिन सफलता के लिए कोशिश ना करना जरूर गुनाह हैं’. काश यूपी के अस्तालिया गांव के 13 वर्षीय छात्र को किसी ने इन लाइनों का मतलब बता दिया होता, तो वह आत्महत्या जैसा कठोर कदम नहीं उठाता. दरअसल, उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर जिले में मौजूद एक छोटे से गांव अस्तालिया में एक छात्र ने Suicide कर लिया. इसकी वजह ये रही कि छात्र 7वीं क्लास के एग्जाम में फेल हो गया था. जिंदगी की लौ को बुझाने से पहले छात्र ने एक मार्मिक चिट्ठी भी लिखी.

पुलिस ने बताया कि 13 वर्षीय छात्र एग्जाम में फेल होने से इस कदर परेशान था कि वह अपने घर के स्टोर रूम में गया और वहां लगे पंखे पर फंदा लगाकर झूल गया. हाल ही में उसके स्कूल में 7वीं क्लास की परीक्षाएं हुईं, जिसमें वह फेल हो गया. इस वजह से ही वह बहुत ज्यादा हताश था. रोजा पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले अस्तालिया गांव में आत्महत्या के इस मामले के बाद से ही सन्नाटा पसरा हुआ है. छात्र द्वारा इतना बड़ा कदम उठाने के बाद से ही लोग भी हैरान और परेशान हैं.

सुसाइड नोट में क्या लिखा?
मृतक छात्र ने मरने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा. इसमें उसने स्कूल में अपने टीचर्स द्वारा किए जाने वाले अपमान पर पीड़ा व्यक्त की. उसने आगे लिखा कि वह पढ़ाई में अच्छा नहीं था. इसके बावजूद भी माता-पिता पढ़ाई जारी रखने के लिए दबाव बनाते थे. इससे वह खासा परेशान हो चुका था. छात्र स्थानीय प्राइवेट स्कूल में पढ़ाई कर रहा था.

पैसे के बदले पास करने का ऑफर देने का आरोप
वहीं, मृतक छात्र के पैरेंट्स का आरोप है कि स्कूल में एक टीचर लगातार उनके बच्चे के ऊपर दबाव बना रहा था कि वह उससे एक्सट्रा ट्यूशन क्लास ले. उसने छात्र से कथित तौर पर कहा था कि उसे एग्जाम में पास होने के बदले 5000 रुपये देने होंगे. छात्र के दादा ने बताया कि हम इस बात से बेखबर थे कि उसे स्कूल में इतनी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था. एसएचओ केबी सिंह ने कहा कि बच्चे के साथ कुछ बुरा किए जाने के कोई संकेत नहीं है. फिलहाल शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.

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