किसान आंदोलन को लेकर फर्जी खबर फैलाने वालों पर दिल्ली पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. दिल्ली पुलिस ने सोशल मीडिया पर भ्रामक जानकारियां देकर माहौल खराब करने की कोशिश के आरोप में कुछ लोगों को नोटिस भी जारी किया है. सोशल मीडिया पर वायरल एक मैसेज के जरिए किसान आंदोलन के नाम पर जहर फैलाने के कोशिश की जा रही है. मैसेज में हिंसा के दौरान 500 पुलिसकर्मियों के घायल होने की गलत जानकारी वायरल की जा रही है तो कहीं 200 पुलिसकर्मियों के रिजाइन की गलत जानकारी वायरल की जा रही है.
दिल्ली पुलिस प्रवक्ता चिन्मय बिस्वाल के मुताबिक, बॉर्डर पर सुरक्षा कारणों से बंद की गई इंटरनेट सेवा पर लगाई गई पाबंदी को भी सोशल मीडिया पर गलत तरीके से परोसा जा रहा है. लिहाजा, दिल्ली पुलिस ने फेक न्यूज फैलाने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की तैयारियां शुरू कर दी हैं.
चुरू से प्रकाश धतरवाल को किया गिरफ्तार
चिन्मय बिस्वाल के मुताबिक, 26 जनवरी को जो उपद्रव हुआ उसके बाद दोबारा जनता का सपोर्ट हासिल करने के लिए ये फेक मैसेज फैलाए जा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने हाल ही में ऐसे फर्जी मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल करने के आरोप में राजस्थान के चुरू से प्रकाश धतरवाल नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है.
दो दर्जन सोशल मीडिया एकाउंट पुलिस के रडार पर
प्रकाश नाम के इस आरोपी ने पुरानी वीडियो के जरिए दिल्ली पुलिस के 200 पुलिसकर्मियों के नौकरी छोड़ने की फर्जी खबर को सोशल मीडिया पर वायरल किया था. ठीक इसी तरह भरतपुर से भी एक शख्स को पकड़ा गया था जोकि हिंसा के बाद फर्जी मैसेज वायरल कर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहा था. ऐसे करीब 2 दर्जन से ज्यादा सोशल मीडिया एकाउंट दिल्ली पुलिस के रडार पर हैं जिनकी जल्द गिरफ्तारी की उम्मीद की जा रही है.