पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने बच्चों के साथ मनाया चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह

देश का भविष्य लिखने वाले बच्चों की सुरक्षा के लिए फरीदाबाद पुलिस हमेशा रहेगी प्रयासरत-पुलिस आयुक्त महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा 14 नवंबर बाल दिवस से मनाया जा रहा है “चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह”

फरीदाबाद: महिला व बाल विकास मंत्रालय द्वारा मनाए जा रहे चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह कार्यक्रम के अंतर्गत पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोड़ा ने आज अपने कार्यालय में सेक्टर 29 एसओएस चिल्ड्रन विलेज से आए बच्चों तथा चाइल्डलाइन टीम के साथ मुलाकात की।

पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरे देशभर में चाइल्डलाइन से दोस्ती सप्ताह कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम महिला व बाल विकास मंत्रालय के अंतर्गत हर वर्ष आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत बच्चों द्वारा विभिन्न प्रकार की गतिविधियां की जाती है और बच्चे शहर के उच्च अधिकारियों से मिलकर वार्तालाप करते हैं। इसी के तहत आज एसओएस चिल्ड्रन विलेज व चाइल्डलाइन की टीम ने पुलिस आयुक्त से मुलाकात करके उनको दोस्ती का बंधन बांधा और उन्हें गुलदस्ता और मग भेंट किया। पुलिस आयुक्त ने भी बच्चों में चॉकलेट बांटकर सभी बच्चों के उज्जवल भविष्य की कामना की। इसके पश्चात पुलिस आयुक्त ने बच्चों से उनके भविष्य के बारे में खुलकर बातचीत की और इसके बारे में उन्हें कुछ जरूरी सुझाव दिए।

पुलिस आयुक्त ने कहा कि बच्चे इस देश का भविष्य है। भारत का आने वाला कल इन बच्चों के ज्ञान और बुद्धिमता के दम पर ही विश्व में नई ख्याति अर्जित करेगा। इसलिए बच्चों की सुरक्षा अति आवश्यक है। फरीदाबाद पुलिस बच्चों की सुरक्षा के लिए हमेशा से प्रयासरत रही है और वह भविष्य में भी इसी प्रकार अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते रहेगी। सरकार द्वारा भी बच्चों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए गए हैं और बच्चों की सुरक्षा के लिए चाइल्ड लाइन 1098 शुरू की गई है। सभी नागरिकों से अनुरोध है कि जब वह किसी भी बच्चे को अकेला देखें जिसे किसी सहारे की आवश्यकता हो या कोई बच्चा लापता हो तो उसकी मदद करने के लिए बस आप इतना कर सकते हैं कि चाइल्डलाइन या पुलिस को इसकी सूचना दें। पुलिस बच्चों की मदद के लिए तुरंत पहुंच जाएगी। इसके अलावा यदि कोई व्यक्ति किसी बच्चे का शोषण करता है उसके साथ मारपीट करता है या बच्चे के मना करने पर भी उसको काम करने के लिए मजबूर करता है या कोई व्यक्ति किसी बच्चे को बुल्ली करता है तो आप इसकी सूचना चाइल्डलाइन 1098 पर दें। चाइल्ड लाइन बच्चों की देखरेख व संरक्षण के लिए 24 घंटे मुफ्त इमरजेंसी फोन आउटरीच सेवा है जिसके माध्यम से बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाती है। सभी से अनुरोध है कि बच्चों की सुरक्षा में अपना योगदान देकर अपने समाज के साथ-साथ अपने देश को एक नई दिशा दें।

Related posts

Leave a Comment