भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मिला था: विजय माल्या

भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने भारत छोड़ने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात करने का दावा किया है, विजय माल्या ने लंदन के वेस्टमिंस्टर कोर्ट के बाहर यह बात कही. माल्या ने कहा, ‘मैं मामला निपटाने को लेकर अरुण जेटली से मिला था. करीब 9,000 करोड़ रुपये के कर्ज से संबंधित सभी मामलों को निपटाने की पेशकश की थी, लेकिन बैंकों ने उनके सेटलमेंट पर सवाल खड़े कर दिए थे..

विजय माल्या ने कोर्ट के बाहर मीडिया को बताया कि जेनेवा में एक मीटिंग में शामिल होने की वजह से देश से बाहर आया था. लेकिन बाद में मुझे दोनों बड़ी पार्टियों ने राजनीतिक फुटबॉल बना दिया और मुझे बलि का बकरा बनाया गया..

कांग्रेसअध्यक्ष राहुल गांधी ने विजय माल्या के इस बयान के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली के इस्तीफे की मांग की है. राहुल गांधी ने कहा है कि “आज लंदन में विजय माल्या के बेहद गंभीर आरोपों को देखते हुए प्रधानमंत्री को इस मामले में तुरंत स्वतंत्र जांच के आदेश देना चाहिए.अरुण जेटली को फाइनेंस मंत्री के रूप में पद छोड़ना चाहिए”

विजय माल्या के इस बयान के बाद राजनीतिक अखाड़े में भूचाल आ गया है..केंद्र सरकार और वित्त मंत्री अरुण जेटली विपक्ष के निशाने पर आ गए है. बीजेपी के बागी नेता और पूर्व में बीजेपी से वित्त मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने कहा है कि “वित्त मंत्री नहीं पूरी बीजेपी को बताना चाहिए की उनके विजय माल्या से क्या सम्बन्ध है”

उधर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा है कि “नीरव मोदी के देश छोड़ने से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मिलते है और वित्त मंत्री अरुण जेटली विजय माल्या के देश से भागने से पहले मिलते है. इन बैठकों में क्या हुआ? देश की जनता जानना चाहती हैं.

बिहार से आरजेडी के नेता तेजश्वी यादव ने बीजेपी सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि “मोदी सरकार ऐसे भगोड़े लोगों का साथ देती है, प्रधानमंत्री और वित्त मंत्री को जवाब देना चाहिए”

 

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