‘मेरी पत्‍नी को टीबी है’….जानें एक पुल‍िसवाला और उसकी पत्‍नी कैसे करते थे लोगों से ठगी

बिलासपुर: आपने बहुत से ठगी के मामलों के बारे में सुना होगा लेक‍िन आज हम आपको ऐसे ठगी के मामले में बताने जा रहे हैं, जहां एक पुल‍िसवाला अपनी पत्‍नी के साथ म‍िलकर कई लोगों को अपना श‍िकार बना चुका है. उसके कारनामों के बारे में जानकार आप भी हैरान रहे जाएंगे. छत्‍तीसगढ़ के ब‍िलासपुर में पुलिस विभाग में पदस्थ एक आरक्षक और उसकी पत्नी के खिलाफ के बीमारी के नाम पर लोगों से लाखों रुपये ठगी का मामला सामने आया है.

बताया जा रहा है क‍ि सरकंडा थाने के 112 में पदस्थ आरक्षक विकास सिंह और उसकी पत्नी पुष्पा सिंह खुद को अलग-अलग बीमारियों से ग्रसित बताते हुए पुलिस जवानों और उनके परिवार के सदस्यों के अलावा कई लोगों से 50 लाख रुपये से अधिक राशि वसूल ली. पैसा मांगे जाने पर अपनी रसूख दिखाकर पुलिस कर्मी और उसकी पत्नी लोगों को पैसा वापस नहीं कर रही थी, जिसके बाद अपने जीवन भर की गाड़ी कमाई ठगी जाने का एहसास होने पर कई परिवार सिविल लाइन थाने पहुंचकर अपने साथ हुई ठगी की आपबीती थाना प्रभारी को बताई.

फरियादियों की शिकायत पर सिविल लाइन थाना प्रभारी शनिप रात्रे ने बताया क‍ि पुलिस लाइन में रहने वाला आरक्षक विकास सिंह वर्तमान में सरकंडा थाने में डायल 112 में पदस्थ है. उसकी पत्नी पुष्पा सिंह ने महिला आरक्षक अंबे सिंह को बताया कि उसे टीबी हो गया है और इलाज के लिए बहुत पैसे लगने हैं. इस पर अम्बे सिंह ने थोड़ा-थोड़ा करके उसे 10 लाख रुपए से अधिक दे डाले. इस दौरान उसने अपने गहने तक बेचकर पैसे दिए, जबकि पुष्पा को कोई बीमारी नहीं थी.

इसके अलावा तोरवा थाने में पदस्थ आरक्षक अश्विनी पटेल के ससुर तुर्काडीह निवासी सुखनंदन पटेल को भी महिला ने झांसा दिया कि उसे बच्चा नहीं हो रहा है और उसे टेस्ट ट्यूब बेबी चाहिए इसके लिए कुछ पैसे लगेंगे सुखनंदन पटेल ने 10 लाख रुपए द‍िए. यहां तक कि जालसाज महिला ने अपने घर में काम करने वाली बाई से भी बीमारी का बहाना बनाकर 20 हजार रुपये उधार ले लिए. ऐसी कई शिकायतों के बाद सिविल लाइन पुलिस ने जांच के बाद आरोपी के खिलाफ धारा 420 के तहत अपराध पंजीबद्ध कर लिया है.

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