Rajasthan Crime:बूंदी जिले के नानकपुरिया गांव में एक किसान बंता सिंह की उसके ही सौतेले बेटों द्वारा गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया है. मृतक किसान बंता सिंह की रखवाली में उसका वफादार कुत्ता भी घटना के वक्त था. वो इतनी तेज भौंकता था की पडोसी तक उसकी आवाज सुन लेते थे. घटना के वक्त कुत्ते के नहीं भौंकने पर पुलिस को परिजनों पर शक हुआ और परिजनों से पुलिस ने एक-एक कर पूछताछ की तो सारे घटना क्रम को उनके परिजनों ने कबूल कर लिया.
एसपी जय यादव ने बताया की सौतेले बेटे ने हत्या के लिए दो अन्य रिश्तेदारों की मदद की पुलिस ने इस मामले में तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं एक नाबालिग आरोपी को निरुद्ध किया गया है. पुलिस अधीक्षक जय यादव ने बताया कि हत्या के आरोप में सौतेले बेटे राजवीर, उसके दो रिश्तेदार सुखविंदर एवं गुरुप्रीत को भी गिरफ्तार किया गया है.
उन्होंने बताया कि दोनों बेटे अपने सौतेले पिता के उनकी कोई मदद नहीं करने से नाराज थे. जब एक बेटा जेल गया तो उन्होंने उसकी जमानत में मदद नहीं की. बाद में वह एक युवती से प्रेम विवाह करना चाह रहा था, जिसमें भी बंटा सिंह मदद को तैयार नहीं हो रहा था.
सौतेले बेटों को जमीन में भी बंटा सिंह की नियत खराब दिख रही थी. इसी बात को लेकर दोनों ने अपने दो और रिश्तेदारों के साथ मिलकर हत्या की साजिश रच डाली. उन्होंने अपने दोनों रिश्तेदार युवकों को पांच लाख रुपये देने का वादा कर तैयार किया था. फिर चारों ने मिलकर 28 नवंबर की रात को खेत पर बने घर के बाहर टीन शेड के नीचे सो रहे सौतेले पिता की गोली मारकर हत्या कर दी. जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
खेत पर बने घर में एक शिकारी कुत्ता रहता था, जिसे चारों ने पहले घर की छत पर रखा था. वह सभी को जानता था. ऐसे में वारदात के वक्त उसके भौंकने की आवाज आस-पास किसी को नहीं सुनाई दी. पुलिस को कुत्ते के नहीं भौंकने की जानकारी के दौरान ही सौतेले बेटों पर शंका हो गई थी. बाद में जब पूछताछ की गई तो सबकुछ सामने आ गया. एसपी ने बताया कि पोस्टमार्टम में 5 गोलियां बरामद हुई हैं. जिनको अलग-अलग पिस्तौल से चलाया गया है. हालांकि पुलिस को अभी दोनों पिस्तौल बरामद नहीं हुई है.
बंता सिंह की हत्या का प्रमुख कारण यह रहा
पुलिस ने बताया कि मृतक बंता सिंह ने अपने बड़े भाई बलविंदर की पत्नी से नाता प्रथा के तहत विवाह किया था. जिसके चलते उसके दोनों पुत्र राजवीर व रणवीर भतीजे के साथ सौतेले पुत्र भी थे. ऐसे में नाता प्रथा के तहत विवाह करने के साथ ही अपने सौतेले बाप से दोनों पुत्रों की नहीं बन पा रही थी और कई मामलों को लेकर उनमें विवाद भी होते रहते थे.
कभी जमीन को लेकर तो कभी अन्य मामलों को लेकर लड़ाई झगड़े होते थे. दोनों के बीच जमीनी विवाद इस विवाद का प्रमुख कारण था. वही विवाद बंता सिंह की हत्या का प्रमुख कारण बना तो भतीजे व सौतले पुत्रों ने ही हत्या की कहानी को रचा और 5 लाख की सुपारी देकर उसकी हत्या करवा दी.