हरियाणा कर्मचारी महासंघ ने सरकार के रोडवेज और स्वस्थ्य विभाग के हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा लगाने के निर्देश को तुगलकी फरमान बताया है. कर्मचारी महासंघ के प्रवक्ता लेखराज चौधरी का कहना है कि सरकार ने जिस प्रकार से हरियाणा रोडवेज और स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों पर एस्मा जैसा काला कानून लागू किया है. सरकार ने कर्मचारियों के मेहनतकश अधिकारों को एक कलम से तोड़ने का प्रयास किया है. हरियाणा कर्मचारी महासंघ इसे बिलकुल बर्दाश्त नही करेगा.
महासंघ के प्रवक्ता लेखराज चौधरी ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा है कि एस्मा की आड़ में सरकार ने प्रदेश के किसी भी कर्मचारी पर कार्यवाही की तो हरियाणा कर्मचारी महासंघ अपने कर्मचारियों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए सभी विभागों को सरकार के प्रति लड़ने के लिए तैयार करेगा. हरियाणा कर्मचारी महासंघ का आरोप है कि प्रदेश सरकार कर्मचारियों के रोजगार का हनन करते हुए सभी महकमों को निजीकरण की तरफ धकेल रही है. जिसमे सरकार के कुछ ख़ास लोगो का हिस्सा शामिल है जिसके चलते उन्हें ज्यादा से ज्यादा फायदा पहुंचाने के लिये निजीकरण को अमलीजामा पहनाने में लगी है
आपको बता दे कि राज्य सरकार ने रोडवेज और स्वस्थ्य विभाग के हड़ताली कर्मचारियों पर एस्मा लगाने के निर्देश दिए है. सरकार ने हड़ताल पर बैठे कर्मचारियों को तुरंत काम पर लौटने की चेतावनी दी है. साथ ही सरकार का कहना है कि एस्मा के बावजूद अगर कर्मचारी हड़ताल करते है तो उनकी नौकरी भी जा सकती है.