नई दिल्ली: राजस्थान के सीकर जिले के एक गांव में कोरोना से संक्रमित एक व्यक्ति की मौत होने पर कथित तौर पर उसे बिना किसी प्रोटोकॉल के दफन कर किया गया. इसके बाद 21 लोगों की मौत हो गई. हालांकि अधिकारियों ने कहा कि 15 अप्रैल से 5 मई के बीच कोरोना वायरस से केवल चार मौतें हुई हैं. अधिकारियों के अनुसार, एक कोरोना संक्रमित व्यक्ति के शव को 21 अप्रैल को खीरवा गांव लाया गया था और लगभग 150 लोगों ने उसके अंतिम संस्कार में भाग लिया था. उसे कोरोनो वायरस प्रोटोकॉल का पालन किए बिना दफन किया गया था. उन्होंने कहा कि शव को प्लास्टिक की थैली से बाहर निकाला गया और कई लोगों ने उसे दफनाने के दौरान छुआ
लक्ष्मणगढ़ के एसडीओ कुलराज मीणा ने शनिवार को पीटीआई को बताया कि “21 मौतों में से कोविड-19 की वजह से केवल 3-4 मौतें हुई हैं. मरने वालों में अधिकांश वृद्ध लोग हैं. हमने 147 परिवारों के सदस्यों के सैंपल लिए हैं. इनकी जांच इसलिए की जा रही है ताकि यह पता चल सके कि यहां सामुदायिक संक्रमण तो नहीं हुआ है.”
उन्होंने कहा कि प्रशासन ने गांव में स्वच्छता अभियान चलाया है. ग्रामीणों को समस्या की गंभीरता के बारे में समझाया गया है और अब वे सहयोग कर रहे हैं.
सीकर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अजय चौधरी ने कहा कि स्थानीय अधिकारियों से एक रिपोर्ट मांगी गई है जिसके बाद वह इस मामले पर कोई टिप्पणी कर पाएंगे.
खीरवा कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के विधानसभा क्षेत्र में आता है. उन्होंने संक्रमित व्यक्ति के शव को दफनाने के बाद हुई मौतों की जानकारी पहले सोशल मीडिया पर साझा की थी, लेकिन बाद में उसे हटा दिया. उन्होंने ट्वीट किया था, “गहरे दुख के साथ मुझे यह कहना पड़ रहा है कि 20 से अधिक लोग अपनी जान गंवा चुके हैं और कई लोग संक्रमित हैं.”