फरीदाबाद साइबर अपराधों के मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के उद्देश्य से पुलिस महानिदेशक कार्यालय के आदेश तथा फरीदाबाद पुलिस आयुक्त विकास कुमार अरोडा के दिशा निर्देश में शहर में 2 नए साइबर थाने स्थापित किए गए हैं। आपको बता दें कि इससे पहले फरीदाबाद में एक साइबर थाना कार्यरत था। अब नए साइबर थाने खुलने से इन थानों की संख्या बढ़कर तीन हो गई है। इसके अलावा फरीदाबाद में चार साइबर सेल पहले से काम कर रही हैं तथा प्रत्येक थाने में एक साइबर हेल्प डेस्क कार्यरत है। नए थाने खुलने की वजह से साइबर अपराधों में की जाने वाली कार्रवाई में तेजी आएगी और पीड़ित व्यक्ति को जल्द न्याय मिल पाएगा।
डीसीपी सेंट्रल मुकेश कुमार मल्होत्रा तथा डीसीपी बल्लबगढ़ कुशल सिंह ने अपने-अपने जोन में खुले इन नए साइबर थानों का उद्धघाटन करते हुए पुलिस आयुक्त की इस पहल को सराहनीय बताया है।
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद के तालाब रोड़ ओल्ड फरीदाबाद में पहले से चल रहे साइबर थाने को साइबर थाना एनआईटी जोन घोषित किया गया है जिसके प्रभारी इंस्पेक्टर बसंत पहले से नियुक्त हैं। अब सेंट्रल जोन के सेक्टर 17 थाने की पहली मंजिल पर स्थापित किए गए साइबर पुलिस स्टेशन का कार्यभार इंस्पेक्टर सतीश तथा बल्लभगढ़ के सेक्टर 8 पुलिस थाने की पहली मंजिल पर स्थापित साइबर थाने का कार्यभार इंस्पेक्टर नवीन को सौंपा गया है। साइबर थाना पर्यवेक्षी अधिकारी के विषय में साइबर पुलिस थाना एनआईटी के पर्यवेक्षक एसीपी मुनीश सहगल, साइबर पुलिस थाना सेंट्रल के पर्यवेक्षक एसीपी विनोद कुमार तथा साइबर पुलिस थाना बल्लबगढ़ के पर्यवेक्षक एसीपी सुरेन्द्र श्योराण को नियुक्त किया गया है जो डीसीपी मुख्यालय की देखरेख में कार्य करेंगे।
आजकल इंटरनेट की उपलब्धता तो प्रत्येक व्यक्ति के पास है परंतु इसके माध्यम से होने वाले साइबर अपराधों के बारे में ज्यादातर लोगों को जागरूकता नहीं है। साइबर अपराधी इसी का फायदा उठाते हैं और भोले भाले लोगों को भुला फुसलाकर अपने चंगुल में फंसा लेते हैं और उसके जीवन भर की कमाई को चुटकियों में साफ कर देते हैं। आधुनिक युग में डिजिटलाईजेशन के साथ-साथ साईबर अपराधों की संख्या में भी बढ़ोत्तरी हो रही है। साईबर अपराध के इन मामलों में त्वरित कार्रवाई करने के लिए पुलिस आयुक्त के निर्देशानुसार फरीदाबाद के प्रत्येक पुलिस जोन में एक-एक साईबर थाना खोला गया है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 25 हजार रूपये से ऊपर के साइबर ठगी के शिकार हुए पीड़ित व्यक्ति संबंधित जोन के साइबर थाने में अपनी शिकायत दे सकते हैं वहीं 25 हजार से कम के साइबर ठगी के मामलों में पीड़ित अपने नजदीकी पुलिस थाने में स्थापित की गई साइबर हेल्पडेस्क में अपनी शिकायत दर्ज करवा सकते हैं। नए साइबर थाने स्थापित होने से पुलिस द्वारा साईबर अपराधियों के विरूद्ध की जाने वाली कार्यवाही में तेजी आएगी और साईबर अपराधों के पीड़ितों को जल्द से जल्द न्याय मिल पाएगा।
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