बिहार में 12वीं परीक्षा की 56 हजार कॉपियां स्ट्रांग रूम से गायब होने का मामला सामने आया है. इस बात से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है. मामले में स्कूल के टीचर जो मूल्यांकन केंद्र के कोऑर्डिनेटर थे उन पर एफआईआर दर्ज कराई गई है. मामला समस्तीपुर के बालिका उच्च विद्यालय का है. जहां बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने बालिका उच्च विद्यालय में फरवरी में 12वीं परीक्षा की 56 हजार कॉपियां मूल्यांकन के लिए भेजी थीं.
मूल्यांकन केंद्र में कॉपी की जांच होने के बाद उन्हें सुरक्षित स्ट्रांग रूम में रखा गया था. इस स्ट्रांग रूम का कस्टोडियन बीईओ वारिसनगर को बनाया गया था. जिन्होंने रिटायर कर्मी को इसकी एक चाभी दे दी थी.
इस बीच परीक्षार्थियों द्वारा अपने कॉपी की दोबारा जांच के लिए आवेदन करने पर जून महीने में कुछ कॉपियों को स्क्रूटनी के लिए निकाला गया था. कॉपी की जांच करने के बाद बीएसईबी को रिजल्ट भेजने के बाद कॉपियों को स्ट्रांग रूम में फिर से रख दिया गया था.
बीईओ वारिसनगर ने जब स्ट्रांग रूम को खोला तो उसमें से 12वीं परीक्षा की 56 हजार कॉपियां गायब मिलीं. इसकी जानकारी बीईओ ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को दी तो उन्होंने एफआईआर दर्ज कराने का आदेश दिया. डीईओ बीरेंद्र नारायण ने बताया कि इस मामले में लापरवाही बरतने वाले लोगों पर कार्रवाई भी की जाएगी.
वहीं, स्कूल से रिटायर्ड कर्मी मो. इशाक ने स्कूल के ही टीचर विजय कुमार पर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराई है. विजय कुमार मूल्यांकन केंद्र के कोऑर्डिनेटर थे. मालूम हो कि बीएसईबी ने 24 मार्च को 12वीं परीक्षा 2020 के रिजल्ट जारी किए थे. जिन परीक्षार्थियों का रिजल्ट ठीक नहीं आया था और वे अपने रिजल्ट से संतुष्ट नहीं थे. ऐसे परीक्षार्थियों के लिए बीएसईबी ने 3 जून तक स्क्रूटनी के लिए आवेदन करने को कहा था. जिसके बाद समस्तीपुर के बालिका उच्च विद्यालय में रखे बिहार के दूसरे जिले की कॉपियों की जांच की गई थी