नई दिल्ली: दिल्ली में हवा की गुणवत्ता का हाल दिन प्रतिदिन बिगड़ता हुआ ही नज़र आ रहा है. जून के बाद अक्टूबर के महीने में हवा का स्तर पुअर केटेगरी में पहुंचा और अब बाद से बद्तर ही होता जा रहा है. मंगलवार सुबह प्रदूषण का स्तर दिल्ली के कई इलाकों में 300 से ज़्यादा था जो कि सबसे खराब कैटेगरी में आता है.
दिल्ली में हवा की गुनवत्ता का स्तर आज और भी खराब नज़र आ रहा है. दिल्ली के वाज़ीरपुर में सबसे खराब AQI 372 (Very poor) और लोधी रोड पर सबसे सही AQI 196 (Moderate) मंगलवार सुबह 6 बजे दर्ज किया गया.
खराब हवा पर क्या बोले दिल्ली वाले
बढ़ते प्रदूषण को दिल्ली के लोधी गार्डन में एक्सरसाइज करने वाले मुकुल ने कहा, ”हम लोग डेली एक्सरसाइज करते हैं. आज कल आंखों में जलन लगने लगी है, सांस लेने में दिक्कत है, विजिबिलिटी भी कम हो गयी है. पहले अपने बच्चे को भी लाता था लेकिन अब मैंने लाना बन्द कर दिया.”
प्रदूषण नियंत्रण: 15 अक्टूबर से लागू होंगे नए नियम
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या को देखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं. दिशानिर्देशों के तहत डीजल जनरेटर को पर पूरी तरह बैन कर दिया गया है. भूरेलाल कमेटी के एक्शन प्लान 15 अक्टूबर से लागू हो जाएंगे. इसकी निगरानी के लिए एक मॉनिटरिंग रूम भी बनाया जाएगा. मॉनिटरिंग रूम कमेटी के निर्देशों के पालन पर ध्यान देगा.
सड़कों की साफ-सफाई के लिए दिन-रात मशीनें काम करेंगी. प्रदूषण को बढ़ने से रोकने के लिए जगह-जगह छिड़काव को सुनिश्चित किया जाएगा. 2017 के उत्सर्जन नियमों का उल्लंघन करनेवाले पावर प्लांट बंद होंगे. कमेटी ने इस बात का भी जिक्र किया है कि प्रदूषण बढ़ने से कोरोना संक्रमण फैलने की आशंका रहेगी. इसलिए उसके जारी किए दिशा-निर्देशों पर पूरी तरह से अमल किया जाए.
प्रदूषण मापने का पैमाना
0 से 50 तक के AQI को ‘अच्छा’,श्रेणी में रखा जाता है. 51 से 100 को ‘सामान्य’ श्रेणी में 101 से 200 को ‘मध्यम’, 201 से 300 को ‘खराब’, 301 से 400 को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 को ‘गंभीर’ माना जाता है.