उत्तर प्रदेश में केंद्र सरकार की आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ 5.40 लाख से ज्यादा लोगों को हुआ है. इसकी जानकारी खुद राज्य सरकार ने मंगलवार को दी है. ये संख्या कोरोना वायरस की दूसरी लहर आने के पहले की है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य गरीब और कमजोर परिवारों के लोगों का सरकारी और निजी अस्पतालों में 5 लाख रुपये तक का इलाज कराना है, जिसके चलते राज्य सरकार ने करीब 449 करोड़ रुपए खर्च किए हैं.
योगी आदित्यनाथ सरकार ने आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत उन अस्पतालों को कुल ₹449 करोड़ का भुगतान किया जहां यूपी में रहने वाले मरीजों का इलाज किया गया था. यूपी सरकार के आंकड़ों के मुताबिक अब तक 2,646 अस्पताल इस योजना से जुड़े हैं, जिनमें से 1,544 निजी अस्पताल हैं. इस योजना का लाभ सही से उठाया जा सके इसके लिए 6.32 करोड़ बीमार लोगों की पहचान की गई है, जबकि 1.10 करोड़ बेसहारा लोगों के लिए गोल्डन कार्ड बनाए गए हैं.
अनाथ बच्चों को मिलेगी 5 लाख रुपए की मदद
राज्य सरकार ने बताया कि पिछले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश भर में कोविड के उपायों पर एक बैठक की थी, जहां उन्होंने घोषणा की कि महामारी से अनाथ हुए बच्चों को 5 लाख रुपए के स्वास्थ्य बीमा कवर के साथ पीएम-जेएवाई योजना के तहत मदद दी जाएगी.
PM-JAY दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना
जानकारी के मुताबिक आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना को 23 सितंबर 2018 को लॉन्च किया गया था. वहीं ये केंद्र की दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा योजना है, जिसके चलते देश में सार्वजनिक और निजी अस्पतालों में इलाज कराने के लिए प्रति परवारों को 5 लाख रुपए मिलते हैं.