भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) ने 3 महीने के अंदर तीसरी बार रेपो रेट (RBI Repo Rate) में बढ़ोतरी का फैसला लिया है.ऐसे में अब ग्राहकों पर बढ़ी हुई ईएमआई (EMI) का बोझ पड़ेगा. इसके साथ ही बैंक की डिपॉजिट स्कीम्स (Deposit Schemes) जैसे फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम (Fixed Deposit Scheme) और सेविंग बैंक अकाउंट (Saving Account) पर अब ज्यादा रिटर्न मिलेगा. ऐसे में अब फेडरल बैंक (Federal Bank) के ग्राहकों के लिए काम की खबर है. बैंक ने अपने सेविंग बैंक अकाउंट के ब्याज दरों में इजाफा किया है. यह नई दरें कल से यानी 6 अगस्त 2022 से लागू हो चुकी हैं.
फेडरल बैंक दे रहा इतना ब्याज दर-
फेडरल बैंक (Federal Bank Saving Account Interest Rate) ने बढ़ी हुई ब्याज दरों के बारे में जानकारी साझा करते हुए बताया कि 5 करोड़ से कम बचत खाते में पर रिजर्व बैंक के रेपो रेट से 2.40% कम ब्याज दर ऑफर कर रहा है. यानी बैंक फिलहाल 3% ब्याज दर 5 करोड़ रुपये से कम की डिपॉजिट पर ऑफर कर रहा है. वहीं अगर बैंक में 5 करोड़ रुपये से अधिक के डिपॉजिट है तो 1 लाख रुपये से अधिक के रेपो रेट पर 2.40% कम ब्याज दर मिलता है. यानी बैंक ग्राहकों को फिलहाल 3.00% ब्याज दर ऑफर कर रहा है. वहीं बाकी बची राशि में 3.35% ब्याज दर मिलेगा. फिलहाल आरबीआई का रेपो रेट (RBI Repo Rate) 5.40% है.
ग्राहकों को कब मिलेगा ब्याज
आपको बता दें कि बैंक ने यह बताया है कि ग्राहकों के खाते में जमा कुल राशि पर ब्याज का कैलकुलेशन हर महीने के अंत में किया जाएगा. इससे पहले भी बैंक ने अपने सेविंग खातों की ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी. इससे पहले आरबीआई ने कुल तीन महीनों में 1.40% रेपो रेट की बढ़ोतरी की है.
बढ़ती महंगाई को कंट्रोल करने के लिए उठाया कदम
भारत में इस समय महंगाई को कंट्रोल (Inflation Rate) करने के लिए रिजर्व बैंक (Reserve Bank) लगातार प्रयास कर रहा है. अब तक बैंक ने कुल चार महीनों में 3 बार रेपो रेट में वृद्धि की है. देश में महंगाई दर बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है. लगातार छह महीने से देश में सीपीआई आधारित खुदरा महंगाई में बढ़ोतरी देखी जा रही है. आरबीआई का लक्ष्य रहता है कि खुदरा महंगाई (Retail Inflation Rate) दर 2 से 6 प्रतिशत के बीच रहना चाहिए. आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया है कि आरबीआई के द्वारा उठाए जा रहे कदम से भारत में जल्द ही खुदरा महंगाई दर 6 प्रतिशत से नीचे आ जाएगा.