मणिपुर में दो महिलाओं के साथ हुए दुर्व्यवहार के बाद महिला सुरक्षा के मुद्दे पर देशभर में काफी चर्चा हो रही है। मणिपुर की घटना को लेकर कांग्रेस सहित विपक्षी दल लगातार केंद्र और मणिपुर सरकार पर निशाना साध रही है। एक तरफ जहां विपक्षी दलों की मांग है कि मणिपुर में एन बीरेन सिंह की सरकार को बर्खास्त किया जाए। वहीं, भाजपा ने भी विपक्षी दलों पर महिला सुरक्षा को लेकर पलटवार किया है।
शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने दिल्ली के राष्ट्रीय भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। अनुराग ठाकुर ने महिला सुरक्षा के मुद्दे पर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि देश के कुछ राज्यों में महिलाओं के खिलाफ अपराध की घटनाएं बढ़ी हैं और कई राज्यों में इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बिहार के बेगूसराय जिले में एक नाबालिग लड़की के साथ हुए अत्याचार के खिलाफ बोलते हुए उन्होंने कहा कि इस जिले में जो हुआ वह हमारे सामने है, लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर एक शब्द भी नहीं बोला। उन्होंने अशोक गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महिलाओं के खिलाफ अपराध में राजस्थान नंबर वन राज्य बन गया है।
हालांकि, अपराधियों के खिलाफ कोई कदम उठाने के बजाय, राज्य में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ आवाज उठाने पर सोनिया गांधी, राहुल गांधी और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के निर्देश पर मंत्री राजेंद्र गुढ़ा को बर्खास्त कर दिया गया।अनुराग ठाकुर ने आगे कहा, “पिछले चार वर्षों में राजस्थान में महिलाओं के खिलाफ अपराध के एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं। कुल 33,000 मामले राजस्थान में महिलाओं पर यौन उत्पीड़न से संबंधित हैं।”
बता दें कि शुक्रवार को राज्यमंत्री गुढ़ा ने अपने ही सरकार को घेरते हुए कहा था कि इस बात में सच्चाई है कि हम महिलाओं की सुरक्षा में हम(गहलोत सरकार) विफल हो गए हैं। राजस्थान में जिस तरह से महिलाओं पर अत्याचार बढ़े हैं,ऐसे में हमें मणिपुर के स्थान पर अपने गिरेबां में झांकना चाहिए। गौरतलब है कि शुक्रवार शाम को राजस्थान के राज्यपाल ने राज्य मंत्री राजेंद्र सिंह गुढ़ा को बर्खास्त करने की सीएम अशोक गहलोत की सिफारिश को तत्काल प्रभाव से स्वीकार कर लिया।
बिहार में बेगूसराय के तेघड़ा थाना क्षेत्र के पकठौल पंचायत में एक शिक्षक ने नाबालिग छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किया है। जानकारी के मुताबिक, युवती की उम्र 16 वर्ष है। वह अधेड़ उम्र के शिक्षक के साथ गाना-बजाना सीखती थी और कार्यक्रम में गायन का काम करती थी। दोनों गुरु-शिष्या हैं।