संसद का बजट सत्र आरंभ होने से एक दिन पहले सोमवार को केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई है। संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने संसद की कार्रवाई का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए यह बैठक बुलाई है।
संसद के हर सत्र से पहले इस तरह की बैठक आयोजित होती रही है। बैठक में विपक्षी दल उन मुद्दों को रख सकते हैं, जिनपर वह इस सत्र में चर्चा चाहते हैं। 31 जनवरी को आर्थिक सर्वे की रिपोर्ट पेश की जाएगी।
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने बताया कि परंपरागत रूप से होने वाली यह बैठक 30 जनवरी को संसद एनेक्सी भवन में दोपहर में आयोजित होने वाली है। इसके अलावा फ्लोर सहयोग की रणनीति बनाने के लिए 30 जनवरी की दोपहर एनडीए फ्लोर के नेताओं की एक बैठक भी होगी। जानकारी के मुताबिक, इस बैठक के दौरान सरकार संसद को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग मांगेगी। इसके अलावा विपक्षी दलों से यह अपेक्षा की जा रही है कि वे उन मुद्दों का उल्लेख करें जो वे सत्र के दौरान उठाना चाहते हैं।
13 फरवरी तक चलेगा बजट सत्र
बुलेटिन में कहा गया है कि बजट सत्र दो हिस्सो में होगा। पहला हिस्सा 13 फरवरी तक चलेगा। वहीं, दूसरा भाग 13 मार्च को अवकाश के बाद 6 अप्रैल तक चलेगा। इस दौरान विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा होगी और केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा। इस अवधि के दौरान अन्य विधायी व्यवसाय भी सरकार द्वारा उठाए जाएंगे।
बजट सत्र में होंगी 27 बैठकें
संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू होगा। इसी दिन लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का अभिभाषण होगा। संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि इस सत्र में 27 बैठकें होंगी और बजट के कागजात की जांच के लिए एक महीने के अवकाश के साथ 6 अप्रैल तक चलेगा। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी को केंद्रीय बजट 2023-24 पेश करेंगी।