मुंबई: महाराष्ट्र सरकार ने शुक्रवार को घोषणा की कि राज्य में सभी धार्मिक स्थल सात अक्टूबर से कोविड-19 प्रोटोकॉल के पालन के साथ खुलेंगे. महामारी की दूसरी लहर के समाप्त होने के संकेत के बीच यह कदम उठाया गया है.
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने यह घोषणा करते हुए लोगों से अपील की कि सुरक्षा में कोताही नहीं करें और महामारी के संभावित तीसरी लहर को देखते हुए कोविड-19 उपयुक्त व्यवहार अपनाएं. उन्होंने कहा, ”राज्य में सभी धार्मिक स्थल सात अक्टूबर से खुलेंगे. महाराष्ट्र सरकार ने तीसरी लहर की तैयारी की है लेकिन एहतियात बरतते हुए राज्य सरकार विभिन्न गतिविधियों में छूट दे रही है.”
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं लेकिन कोरोना वायरस का खतरा बना हुआ है. उन्होंने कहा, ”कोविड-19 के रोजाना मामलों में भले ही कमी आ रही है लेकिन हर किसी को सावधानी बरतनी चाहिए और कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए.”
ठाकरे ने कहा, ”धार्मिक स्थल खुलने जा रहे हैं, लोगों को मास्क लगाने और हैंड सेनेटाइजर का इस्तेमाल करना चाहिए. इस तरह के उपायों को सुनिश्चित करने के लिए धर्मस्थलों का प्रबंधन जिम्मेदार होगा.”
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 3,86 नए मामले, 51 और मरीजों की मौत
महाराष्ट्र में शुक्रवार को कोविड-19 के 3,286 नए मामले आए जबकि 51 संक्रमितों की मौत दर्ज की गई. इसके साथ ही महाराष्ट्र में अबतक 65,37,843 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हो चुकी है जिनमें से 1,38,776 मरीजों की मौत हुई है. 24 घंटे के दौरान 3,933 मरीजों को संक्रमण मुक्त होने के बाद अस्पतालों से छुट्टी दी गई. राज्य में महामारी को अबतक मात देने वालों की संख्या बढ़कर 63,57,012 हो गई है. इस समय राज्य में 39,491 मरीज उपचाराधीन हैं.