दुर्दांत माफिया अतीक अहमद केस गुर्गों के हाथ उमेश पाल की दिन दहाड़े हुई हत्या ने इलाहाबाद हाईकोर्ट को भी हिलाकर रख दिया है। मामले को लेकर अदालत ने योगी सरकार को तीखी फटकार लगाई है। हाईकोर्ट का कहना था कि जिस थाना क्षेत्र धूमनगंज में उमेश पाल की हत्या की गई, वहां योगी सरकार का नहीं बल्कि अपराधियों का राज चलता था।
ध्यान रहे कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ कई बार कह चुके हैं कि उनके सूबे में अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है। या तो उन्हें सूबा छोड़कर जाना होगा या फिर जेल की सलाखों के पीछे जाने को तैयार रहें। लेकिन उमेश पाल की जिस तरह से हत्या की गई उससे लगा नहीं कि योगी के दावों में कोई दम था। हाईकोर्ट की टिप्पणी सरकार को आइना दिखाने वाली है।
उधर यूपी पुलिस इस मामले में नित नए खुलासे कर रही है। पुलिस का कहना है कि उमेश पाल की हत्या की साजिश कई महीने पहले तैयार कर ली गई थी। कातिलों को सिर्फ मौके का इंतजार था। करीब दो माह पहले उमेश के घर के आसपास कुछ संदिग्ध लोग घूमते दिखाई दिए थे। उमेश जब भी कहीं बाहर से घर आते, संदिग्ध लोग आसपास ही दिखते। उमेश को भी खतरे का एहसास था। उन्हें पता था कि अतीक अहमद अपने दुश्मन को ठिकाने लगाने के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।