पटना. बिहार की राजधानी पटना में अब कोरोना मरीजों का बेहतर इलाज हो सकेगा. इसकी वजह है बिहटा के ESIC हॉस्पिटल, जिसकी कमान अब सेना के जवानों ने संभाल ली है. पिछले दिनों पूर्वोत्तर स्थित आर्मी बेस से सेना की दो फील्ड हॉस्पिटल की टीम वायु सेना के विमान से पटना पहुंची. इस टीम में स्पेशलिस्ट डॉक्टर के साथ मेडिकल टीम भी है. अगले दो से तीन दिनों में बिहटा के ESIC अस्पताल को 500 बेड का कोरोना डेडिकेटेड अस्पताल बना दिया जाएगा. इसमे 100 बेड के आईसीयू की व्यवस्था रहेगी.
गौरतलब है कि पहले इस अस्पताल में सिर्फ 100 बेड था. कोरोनाकाल में सेना के मोर्चा संभालने के बाद अब इस हॉस्पिटल में 500 बेड होंगे, जिसमें 100 बेड का आईसीयू होगा. सेना के कमान संभालने के बाद अब ESIC अस्पताल में तेजी से काम शुरू हो गया है. इस अस्पताल कोविड से जुड़ी सभी अत्याधुनिक सुविधाएं मौजूद रहेंगी. यहां आईसीयू, वेंटिलेटर, मॉनिटरिंग उपकरण के साथ सभी बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध होगी. इस अस्प्ताल में सेना द्वारा एम्बुलेंस के साथ कई उपकरण भी लाए गए हैं. सेना के अधिकारियों ने ESIC अस्पताल के प्रबंधन के साथ बैठक कर इलाज की सुविधाओं और बारीकियों पर विशेष चर्चा की
सेना द्वारा बिहटा के इस अस्पताल का मोर्चा संभालने के बाद पटनावासियों को बड़ी राहत मिलने की संभावना है. अभी पटना के NMCH को लगभग 400 बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल बनाया गया है. पटना में सरकारी से लेकर प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों को जगह न मिल पाने के कारण इस अस्पताल की जरूरत महसूस की जा रही थी. ऐसे में बिहटा में 500 बेड का कोविड डेडिकेटेड अस्पताल हो जाने से कोविड मरीजों को बेहतर इलाज मिल पाएगा.