Sterilisation of bulls: मध्य प्रदेश में सांडों की नसबंदी (Bull Sterilisation) कार्यक्रम चलाने के आदेश को वापस ले लिया गया है. भोपाल से बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने इस आदेश पर आपत्ति जताई थी. इस फैसले को लेकर प्रज्ञा ठाकुर ने मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री से बात की, जिसके बाद इसे निरस्त कर दिया गया.
प्रज्ञा ठाकुर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “सांडों की नसबंदी के आदेश के बारे मुझे पता चला जिस पर मैंने तुरंत कार्रवाई की और माननीय मुख्यमंत्री और पशुपालन मंत्री को अवगत कराया और आज वो आदेश निरस्त हुआ. मुझे ऐसा लगता है कि ये आंतरिक षडयंत्र है और इसमें सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि इसमें देसी गोवंश को तो कभी कोई नष्ट नहीं कर सकता और करना भी नहीं चाहिए. ऐसा कैसे हुआ, ये जांच का विषय है.”
प्रज्ञा ठाकुर ने आगे कहा, “मैं इसमें माननीय मुख्यमंत्री जी से जांच करने के लिए आग्रह करूंगी कि ऐसा कब से क्यों और किस लिए हो रहा है. ये देसी गोवंश है इसके साथ इतना अत्याचार क्यों, जबकि माननीय मुख्यमंत्री ने अभ्यारण खोले हैं. मध्य प्रदेश में उन्होंने गौशालाएं खुलवाई हैं. उन्होंने एक विभाग ही गौ संरक्षण और गौ संवर्धन के लिए बनाया है, लेकिन ऐसा क्यों हुआ . मैं आग्रह करूंगी कि इस विषय की जांच की जाए और ऐसे आदेश दोबारा जारी ना हो.”
बता दें कि मध्य प्रदेश राज्य के पशुपालन विभाग ने सांडों की नसबंदी कार्यक्रम चलाने का आदेश दिया था. पशुपालन अधिकारी के इस आदेश के बाद से ही इसका विरोध शुरू हो गया