नई दिल्ली: बीजेपी ने चंदे के मामले में सभी राजनीतिक पार्टियों को पीछे छोड़ रखा है. बीजेपी ने 2019-20 के लिए इलेक्टोरल फंड के जरिए 271.5 करोड़ रुपये जुटाए हैं, जो कुल फंडिंग का 80 फीसदी है. इनमें एयरटेल ग्रुप और डीएलएफ लिमिटेड सबसे बड़े दानदाता है.
अलग-अलग इलेक्टोरल ट्र्स्ट से पता चलता है कि वित्त वर्ष 2019-20 में बीजेपी को कुल 276.45 करोड़ रुपये का चंदा मिला. प्रूडेंट से 217.75 करोड़, जन कल्याण इलेक्टोरल ट्रस्ट से 45.95 करोड़, एबी जेनरल ट्र्स्ट से 9 करोड़ और समाज इलेक्टरोल ट्र्स्ट के 3.75 करोड़ रुपये चंदे के रूप में मिले हैं. वहीं कांग्रेस को 58 करोड़ का चंदा मिला है. कांग्रेस को प्रुडेंट इलेक्टोरल ट्रस्ट से 31 करोड़, जनकल्याण इलेक्टरोल ट्र्स्ट से 25 करोड़ और समाज इलेक्टोरल ट्र्स्ट से दो करोड़ रुपये का चंदा मिला.
बीजेपी के बाद TRS को सबसे ज्यादा आमदनी
अब तक चुनाव आयोग में देश की 35 मान्यता प्राप्त राजनीतिक पार्टियों ने साल 2019-20 के लिए अपनी ऑडिट रिपोर्ट दी है. इस रिपोर्ट के अनुसार, टीआरएस ने सबसे ज्यादा 130.46 करोड़ रुपये की आमदनी बताई है. इसके बाद शिवसेना को 130.46 करोड़ रुपये, वाईएसआरसीपी को 92.2 करोड़, बीजेडी को 90.35 करोड़, एआईडीएमके को 89.6 करोड़, डीएमके को 64.90 करोड़ और आम आदमी पार्टी को 49.65 करोड़ रुपये की आमदनी हुई है.
क्षेत्रीय पार्टियों को सबसे ज्यादा आमदनी इलेक्टोरल बॉन्ड्स से हुई है. इसके जरिये टीआरएस को 89.15 करोड़, वाईएसआरसीपी को 74.35 करोड़, बीजेडी को 50.5 करोड़, डीएमके को 45.5 करोड़, शिवसेना को 40.98 करोड़, आम आदमी पार्टी को 17.76 करोड़, समाजवादी पार्टी को 10.84 करोड़, जेडीएस को 7.5 करोड़ और आरजेडी को 2.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला