सियाचिन ग्लेशियर में बुधवार की तड़के लगी आग में देवरिया के लाल कैप्टन अंशुमान सिंह बलिदान हो गए। उनके बलिदानी होने की सूचना गांव आते ही मातम छा गया। पत्नी नोएडा में तो पिता व मां लखनऊ में रहते हैं।
लार थाना क्षेत्र के बरडीहा दलपत के रहने वाले 26 वर्षीय कैप्टन अंशुमान सिंह पुत्र रवि प्रताप सिंह मेडिकल ऑफिसर के पद पर तैनात थे। इन दिनों उनकी तैनाती सियाचिन ग्लेशियर में थी। बताया जा रहा है कि बुधवार की तड़के गोला बारुद बंकर में शार्ट सर्किट से आग लगने से कई टेंट जल गए। उसमें बुरी तरह से झुलसे अंशुमान सिंह बलिदान हो गए।
कैप्टन अंशुमान सिंह की शादी इसी वर्ष फरवरी में पठान कोट की सृष्टि सिंह से हुई थी। उनका परिवार नोएडा में रहता है और किसी कंपनी में इंजीनियर के पद पर तैनात हैं। इन दिनों पत्नी नोएडा में ही है। जबकि पिता रवि प्रताप सिंह, मां मंजू देवी, भाई घनश्याम व बहन तान्या लखनऊ में रहते हैं।
गांव पर बलिदानी अंशुमान सिंह के दादा सत्य नारायण सिंह, चाचा हरि प्रकाश सिंह, भानू सिंह, सूर्य प्रताप सिंह को मोबाइल से जब इसकी सूचना मिली तो वह दहाड़ मारकर रोने लगे। हरि प्रकाश ने बताया कि अंशुमान तीन वर्ष पहले गांव आए थे।