बल्लभगढ़ : एक व्यक्ति को डिपार्टमेंटल स्टोर बनाने का ठेका देने और 197 बेरोजगार युवाओं को नौकरी देने के नाम पर एनजीओ चलाने वाले छह लोगों ने एक करोड़, 31 लाख, 51 हजार 700 रुपये ठग लिए। पुलिस आयुक्त विकास अरोड़ा ने इस मामले की जांच इकोनामिक सेल को सौंपी है।
पुलिस आयुक्त को सेक्टर-3 के रहने वाले हर्ष कौशिक ने शिकायत दी है कि वह बीटेक इंजीनियर है और भवन बनाने का काम करता है। वह लोकनिर्माण विभाग के भवन बनाता था। इस दौरान बल्लभगढ़ में एनजीओ चलाने वाला डा.फौजी मिल गया। डा. फौजी ने उसे बताया कि उसकी कोटा कंस्ट्रक्शन एंड चैरिटेबल ट्रस्ट (केईसीटी) के चेयरमैन नरसिम्हा मूर्ति निवासी विशाखापटनम आंध्रप्रदेश के रहने वाले जानकार हैं। वह उसके साथ इन लोगों से मिलने विशाखापटनम चले तो हरियाणा का सारा काम उसे दिला देगा। वह लालच में आकर उसके साथ हवाई जहाज से विशाखापटनम चला गया। वहां पर नरसिम्हा ने कहा कि उन्हें केईसीटी का हरियाणा का चेयरमैन बनाने के लिए एक शिक्षित युवक की जरूरत थी। उनके नीचे 197 लोग रखे जाएंगे।
इनका वेतन और कार्यालय का खर्च 1.50 लाख रुपये प्रति महीने केईसीटी देगा। पूरे हरियाणा के डिपार्टमेंटल स्टोर बनाने का ठेका दे दिया जाएगा और स्टोर गांवों में खोले जाएंगे, इसके लिए उन्हें बेरोजगार योग्य युवकों को चुनना होगा। नरसिम्हा के साथ श्रीराम कोटा, रहमान, श्रीनिवास, श्रीकांत, विनीता ने मिल कर 197 लोगों से 10-10 हजार रुपये और 100-100 रुपये के स्टांप पेपर पर नौकरी का इकारानामा लिखित में कराया। इस तरह से लोकसभा क्षेत्र के स्तर पर पार्टनर बनाने के नाम पर पांच-पांच लाख रुपये ले लिए। एक बार पार्टी का कार्यालय खोला, उसका खर्च और नौकरों का वेतन भी उसे ही देना पड़ा। इस तरह से उन्होंने कुल एक करोड़, 31 लाख, 51 हजार 700 रुपये ठग लिए। अब यदि उनसे रुपये मांगते हैं, तो वह जान से मारने की धमकी देते हैं। इकोनामिक सेल ने पुलिस आयुक्त के आदेश पर जांच शुरू कर दी है।