केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने 2021 के संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई-मेन्स) में गड़बड़ी के सिलसिले में दिल्ली-एनसीआर समेत देश के 19 ठिकानों पर छापे मारे। दिल्ली के अलावा पुणे, जमशेदपुर, इंदौर और बंगलूरू में शनिवार को हुई छापेमारी के दौरान 25 लैपटॉप, सात डेस्कटॉप, लगभग 30 पोस्ट डेटेड चेक, विभिन्न छात्रों के अस्थायी डिग्री प्रमाणपत्र (पीडीसी) मार्कशीट समेत भारी मात्रा में आपत्तिजनक दस्तावेज और उपकरण बरामद किए गए।
सीबीआई के प्रवक्ता ने कहा, कई लोगों से पूछताछ की जा रही है और जांच जारी है। पिछले साल सितंबर में सीबीआई ने एफिनिटी एजुकेशन प्राइवेट लिमिटेड और उसके तीन निदेशकों सिद्धार्थ कृष्ण, विश्वंभर मणि त्रिपाठी और गोविंद वार्ष्णेय के अलावा कई दलालों और उनके सहयोगियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
आरोप था कि तीनों निदेशकों ने अपने सहयोगियों और दलालों के साथ मिलकर ऑनलाइन हुई जेईई (मेन्स) में हेरफेर की साजिश रची थी। छात्रों से मोटी के बदले उन्हें देश के शीर्ष इंजीनियरिंग कॉलेजों में दाखिला दिलाने के लिए हरियाणा के सोनीपत स्थित एक दूरस्थ परीक्षा केंद्र से इन छात्रों के प्रश्न पत्र हल किए गए। आरोपियों ने जमानत के तौर पर छात्रों के 10वीं और 12वीं की मार्कशीट, यूजर आईडी, पासवर्ड और पोस्ट डेटेड चेक ले लिए थे। एक बार दाखिला हो जाने के बाद प्रति छात्र 12-15 लाख रुपये की मोटी रकम वसूले थे।