दिल्ली: देश में जानलेवा कोरोना वायरस के प्रकोप के बीच केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने केंद्रीय कर्मचारियों को खुशखबरी दी है. मीडिया में चल रही खबरों के मुताबिक, केन्द्रीय कैबिनेट की बैठक में आज केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की बढोत्तरी करने का फैसला किया गया है.
समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, आज हुई बैठक में केंद्रीय कर्मचारियों के महंगाई भत्ते में 4 फीसदी की बढोत्तरी करने पर सहमति जताई गई. सरकार के इस फैसले से 50 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और 65 लाख पेंशनधारकों को फायदा मिलेगा.
क्या है महंगाई भत्ता ?
दरअसल बढ़ती महंगाई से वस्तुओं के दाम बढ़ते जाते हैं और लोगों के पास मौजूद पैसे की क्रय क्षमता को कम करने लगते हैं. इसका सामना करने के लिए सरकार कर्मचारियों को महंगाई भत्ता देती है ताकि लोग बढ़ते हुए खर्चों का सामना कर सकें और अपनी जरूरत की चीजों को दाम बढ़ने के बावजूद भी खरीद पाएं.
कैसे तय करती है सरकार महंगाई भत्ता?
महंगाई भत्ते यानी डीए की कैलकुलेशन के लिए सरकार ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स पर बेस्ड महंगाई दर को आधार मानती है और इसके आधार पर हर दो साल में सरकारी कर्मचारियों का डीए संशोधित किया जाता है.