दिल्ली: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) में रहने वाले लोगों को शहर में कहीं आने जाने के लिए होने वाली दिक्कतों से बचाने के लिए प्राधिकरण ने सिटी बस सेवा (City Bus Service) की शुरुआत की थी, अब इस सेवा को और बेहतर बनाने के लिए प्राधिकरण ने एक और योजना तैयार की है. इस नई योजना के तहत अब प्राधिकरण निजी बस ऑपरेटरों के साथ कॉन्ट्रेक्ट करेगी. जिससे ज्यादा से ज्यादा लोग बस सेवा की सुविधा ले सके. फिलहाल निजी बस ऑपरेटरों (Private Bus Oprater) की प्राधिकरण ने 5 रूटों पर रोडवेज के साथ मिलकर बसें चलाई हुई है. लेकिन अभी भी शहर में अभी लोगों को ज्यादा बसों की जरूरत है. निजी बस ऑपरेटरों की मदद से सेक्टर में रहने वाले लोगों को भी बस सेवा से जोड़ा जा सकेगा.
ग्रेटर नोएडा में नए बस रूट की शुरुआत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर में 6 जनवरी से 5 रूटों पर बस सेवा की शुरुआत की थी. उस वक्त 10 बसों के साथ इंटर सिटी बस सेवा शुरू की गई थी. लेकिन इससे सेक्टर में रहने वाले लोगों को ज्यादा फायदा नही हुआ, जिसके बाद अब प्राधिकरण निजी बस ऑपरेटर के साथ कॉन्ट्रेक्ट करेगा, जिससे ज्यादा रूटों पर बस चले और शहर के साथ गांव में रहने वाले लोगों को भी बसों का फायदा हो सके.
लोगों की सुविधाओं के लिए उठाया कदम
इस नई योजना को लेकर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ सुरेंद्र सिंह का कहना है कि लोगों को अच्छी सुविधा मिले इसको देखते हर प्राधकिरण निजी ऑपरेटरों के साथ बसें चलाएगा. इसके लिए प्राधिकरण जल्द ही अनुबंधन करेगा और इस कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा. दरअसल इंटरसिटी बस सेवा के तहत शहर के सेक्टरों को बसों के रूट से नही जोड़ा गया था. इस वजह से सेक्टरों में रहने वालों को ज्यादा दूरी तय करके बस लेनी पड़ती थी. वहीं लोगों की सहूलियत के लिए प्राधिकरण सेक्टरों और मेट्रो स्टेशन को सिटी बस सेवा से जोड़ने वाला है.
बस रूट का सर्वे हुआ शुरू
बस सेवा को बेहतर रूप देने के लिए प्राधिकरण की सलाहकार एजेंसी ईएंडवाई ने नए बस रूटों का सर्वे भी शुरू कर दिया है, जिससे यह बसें सिर्फ ग्रेटर नोएडा तक सीमित ना रहे बल्कि इन्हें नोएडा तक चलाया जाए और ज्यादा से ज्यादा यात्री इसका लाभ उठा सके. फिलहाल यह सर्वे जारी है इस सर्वे की रिपोर्ट आने के बाद ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण यह तय करेगी कि बसों की सेवा को आगे बढ़ाया जाए या नहीं.