डिजिटल डेस्क। दिल्ली में यमुना नदी उफान पर है। भारी बारिश और हथिनी कुंड से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। नदी के किनारे बसे इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। बुधवार शाम को छह बजे यमुना का जलस्तर 207.81 मीटर पहुंच गया है। दिल्ली में यमुना का खतरे के निशान 205.33 मीटर है।
यमुना नदी का पानी उफान पर होने के कारण मोनेस्ट्री और आईएसबीटी (कश्मीरी गेट) के बीच रिंग रोड पर आ गया है। इसी कारण से रोड पर यातायात प्रभावित है। लोगों को दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने इस रास्ते से बचने की सलाह दी है। साथ ही दिल्ली पुलिस ने कहा है कि बहुत जरूरी हो तब ही इन रास्तों का उपयोग करें।
यमुना नदी का पानी आसपास के इलाकों के घरों में घुसने के कारण लोगों को विस्थापित कर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। दिल्ली सरकार भी लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं। वहीं, आउटर रिंग रोड पर भी ट्रैफिक नियंत्रित रहेगा।
इन मार्गों का करें उपयोग
आउटर रिंग रोड से गुजरने वाले लोगों के लिए ट्रैफिक पुलिस ने इन रास्तों का उपयोग करने की सलाह दी है-
आउटर रिंग रोड- वजिराबाद ब्रिज- यमुना मार्जिनल बांध मार्ग, पुष्ता रोड- विकास मार्ग
आउटर रिंग रोड- अरिहंत मार्ग- महात्मा गांधी- विकास मार्ग
पंजाबी बाघ चौक- महात्मा गांधी मार्ग- अरिहंत मार्ग- आउटर रिंग रोड- वजिराबाद ब्रिज
पंजाबी बाघ चौक- महात्मा गांधी मार्ग- DKFO- एम्स चौक- महात्मा गांधी मार्ग- सराय काले खां- महात्मा गांधी मार्ग- विकास मार्ग
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की प्रेसवार्ता। यमुना में लगातार बढ़ रहे पानी को लेकर केजरीवाल ने कहा ”बढ़ रहा पानी चिंता का विषय है। हथनी कुंड से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। केंंद्रीय गृहमंत्री को हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है। पानी नहीं रुका तो दिल्ली के हालात बिगड़ सकते हैं। अभी दो दिन से वर्षा नहीं हो रही है। अगर वर्षा हुई तो पानी निकासी की समस्या खड़ी हो सकती है। दिल्ली में यमुना का खतरे का स्तर 205.33 मीटर है।”
सीएम ने आगे कहा, ”अभी हम 207.71 पर पहुंच गया है। 1978 में जब बाढ़ आई थी तो 207.49 रहा था। उससे काफी आगे निकल चुका है। कुछ देर पहले केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत का फाेन आया है। उन्होंने कहा कि हथनी कुंड बैराज पर पानी राेकने की कोई व्यवस्था नहीं है। हिमाचल से पानी अब कम आ रहा है, मगर जाे पानी अभी हिमाचल से आ रहा है वह 24 घंटे तक लगातार बढ़ेगा। इसलिए जलस्तर अभी और बढ़ेगा।”
यमुना के जलस्तर को बढ़ता देख अभी तक 2500 शिविर लगा दिए हैं। शौचालयों की पर्याप्त व्यवस्था की जा रही है। आसपास के स्कूलों को राहत शिविर में बदलने के लिए भी कहा गया है। सभी डीएम काे बोला है कि जरूरत पड़े तो तुरंत स्कूलों को राहत शिविरों में बदल दें। केजरीवाल ने लोगों से अपील की है कि बाढ़ देखने के लिए नहीं जाएं।