पटना: बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी के अपने अभियान के तहत शुक्रवार को एक बार फिर सरकारी अधिकारियों को शराब से दूर रहने की शपथ दिलाई. इस बीच उनके सहयोगी भाजपा के एक और विधायक ने सार्वजनिक रूप से उनसे ये कानून वापस लेने का आग्रह किया. दरअसल, इससे पहले भी सीएम नीतीश इस तरह से शपथ दिलाने की रस्मअदायगी कर चुके हैं. लेकिन इसके बाद भी राज्य में शराब का कारोबार चलता रहता है.
इस पर नीतीश कुमार का कहना है कि आज फिर वह शपथ इसलिए करवा रहे हैं ताकि मन मजबूत हो और इधर-उधर कोई बायें-दाएं ना करे. जो भी बायें दायें करता है, उन पर कानून के मुताबिक कारवाई हो. वहीं शादियों में पुलिस की छापेमारी पर हो रही आलोचना पर उन्होंने कहा कि एक जगह महिला पुलिसकर्मी के बिना पुलिस टीम चली गई थी, जिस पर लोग बात कर रहे हैं. पुलिस को कैसे पता चलेगा कि शादी का कार्यक्रम है या होटल में लोग ठहरे हैं.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले बिहार पुलिस का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें पुलिसकर्मी एक शादी समारोह में शराब को लेकर छापेमारी करने पहुंचे और दुल्हन के कमरे की तलाशी लेने लगे. इस दौरान उनके साथ कोई महिला पुलिसकर्मी मौजूद नहीं थी, जिसे लेकर विपक्ष और आम लोगों ने बिहार पुलिस की आलोचन भी की.