लखनऊ: उत्तर प्रदेश के हाथरस मामले में प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने चुप्पी तोड़ी है। शुक्रवार को उन्होंने अपराधियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने वाले का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड दिया जाएगा, जो उदाहरण प्रस्तुत करेगा। उन्होंने प्रदेश के लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी सरकार प्रत्येक माता-बहन को सुरक्षा और विकास देने के लिए संकल्पबद्ध है।
मुख्यमंत्री योगी ने शुक्रवार को ट्वीटर के माध्यम से लिखा कि, “उत्तर प्रदेश में माताओं-बहनों के सम्मान-स्वाभिमान को क्षति पहुंचाने का विचार मात्र रखने वालों का समूल नाश सुनिश्चित है। इन्हें ऐसा दंड मिलेगा जो भविष्य में उदाहरण प्रस्तुत करेगा। आपकी यूपी सरकार प्रत्येक माता-बहन की सुरक्षा व विकास हेतु संकल्पबद्घ है। यह हमारा संकल्प है-वचन है।”
यूपी में महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराध और हाथरस कांड में पुलिस और प्रशासन के रवैये पर उठ रहे सवालों के बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को यह बयान दिया है।
बता दें कि कि 14 सितंबर को उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में गांव चंदपा की दलित युवती अपनी मां के साथ खेत पर गई थी और आरोप के मुताबिक सासनी निवासी एक युवक ने उस पर जानलेवा हमला किया था। युवती ने सीओ सादाबाद को दिए बयान में तीन और युवक के नाम बताए थे, जिसके बाद पुलिस ने केस में गैंगरेप की धारा बढ़ा दी थी। इस मामले में पुलिस चारों आरोपियों को पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।
युवती के साथ हुई हैवानियत के बाद वह कई दिनों तक बेहोश रही। तबीयत बिगड़ने पर उसे दिल्ली के एक अस्पताल में लाया गया। यहां पर इलाज के दौरान ही युवती की मंगलवार को मौत हो गई। पुलिस की मौजूदगी में युवती का शव लेकर परिजन हाथरस अपने गांव पहुंचे।
आरोप है कि गांव में प्रशासन ने परिजनों को सूचित किए बगैर ही पुलिस की पहरेदारी में पीड़िता का अंतिम संस्कार कर दिया। इसको लेकर पुलिस और प्रशासन सवालों के घेरे में है। हाथरस जिला प्रशासन ने गांव को छावनी में बदल दिया है।
इसी दौरान शुक्रवार को तृणमूल कांग्रेस के एक प्रतिनिधिमंडल ने राज्यसभा सदस्य डेरेक ओ ब्रायन के साथ गांव में जाने का प्रयास किया। उनको रोकने के दौरान उनके साथ धक्का-मुक्की भी हुई। जिसमें वह जमीन पर गिर गए।