पिछले साल अगस्त महीने में पार्टी के 23 वरिष्ठ नेताओं नें कांग्रेस में कई अहम बदलावों की मांग करते हुए अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखा था.
कांग्रेस पार्टी की वर्किंग कमेटी की आज यानी शुक्रवार को बैठक होनी है. बैठक में चार राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनावों और पार्टी आंतरिक चुनावों पर विचार किया जा सकता है. इस बैठक पर पार्टी के दोनों ही खेमों की नजर रहेगी. पहला खेमा वरिष्ठ नेताओं का जिनमें वो 23 नेता भी शामिल हैं, जिन्होंने पार्टी में बड़े परिवर्तनों की मांग करते हुए अगस्त मे सोनिया गांधी को पत्र लिखा और दूसरा खेमा राहुल गांधी समर्थक युवा नेताओं का.
पार्टी में बदलाव की मांग करने वाले नेताओं का कहना है कि वो इंतजार कर रहे हैं कि कैसे बैठक में उनके उठाए मुद्दों पर फैसला लिया जाता है. सोनिया गांधी को अगस्त में चिट्ठी लिखने वालों में शामिल एक नेता ने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, “हम CWC की बैठक में बिहार चुनाव के नतीजों पर भी बात करना चाहते हैं.” बिहार चुनाव में कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा था. पार्टी ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा था और उन्हें सिर्फ 19 सीटों पर ही जीत मिली थी.
युवा नेताओं की मांग- फिर से अध्यक्ष बनें राहुल गांधी
वहीं कांग्रेस के कुछ युवा नेताओं का कहना है कि वो फिर से मांग कर सकते हैं कि CWC राहुल गांधी को ही अगले पार्टी प्रमुख के रूप में चुने. कांग्रेस की सर्वोच्च कार्यकारी संस्था CWC, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (AICC) द्वारा नियमित अध्यक्ष के चुनाव से पहले एक अंतरिम अध्यक्ष नियुक्त कर सकती है. हालांकि राहुल गांधी ने ऐसा कोई संकेत नहीं दिया है, जिससे लगे कि वो एक बार फिर उस पद पर वापसी करना चाहते हैं, जिसे उन्होंने 2019 लोकसभा चुनाव की करारी हार के बाद छोड़ दिया था.
पार्टी के एक नेता के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है, “हमनें पिछले कुछ महीनों में कई बार उनसे (राहुल गांधी) पूछा, लेकिन उन्होंने अध्यक्ष बनने को लेकर कोई भी संकेत नहीं दिया.” ऐसे में अगर बैठक में पार्टी प्रमुख के पद के लिए संगठनात्मक चुनाव का मुद्दा उठता है तो CWC ये निर्णय भी ले सकती है कि AICC का पूर्ण सत्र बुलाया जाना चाहिए या राज्य इकाइयों के स्तर पर ही मतदान कराया जा सकता है.
फरवरी से पहले पार्टी के आंतरिक चुनाव कराना जरूरी
इस साल अप्रैल-मई के महीने में चार राज्यों- तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल और असम- और केंद्र शासित प्रदेश पुड्डुचेरी में विधानसभा चुनाव होना है. CWC के कम से कम दो सदस्यों का कहना है कि ऐसे में पार्टी को फरवरी से पहले आंतरिक चुनाव संपन्न करा लेने चाहिए, ताकि चार राज्यों के विधानसभा चुनावों के लिए नई टीम के पास तैयारी करने का पूरा समय हो. कांग्रेस इन चारों राज्यों में सत्ता से दूर है.