‘उत्तर बंगाल को अलग करने की साजिश, सीमापार से आग्नेयास्त्रों की जा रही है तस्करी’, बोलीं ममता

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को आरोप लगाया कि उत्तर बंगाल को राज्य से अलग करने के लिए बिहार और अंतरराष्ट्रीय सीमाओं के पार से आग्नेयास्त्रों की तस्करी की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि इस उद्देश्य के लिए अति विशिष्ट व्यक्तियों (वीआईपी) के वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है. उन्होंने इस तरह के प्रयासों को रोकने के लिए जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को निर्देश दिये. अशांति का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने आगे कहा, ”यह सब करने के लिए एनआईए (राष्ट्रीय जांच एजेंसी) आई है.”

ममता बनर्जी ने अधिकारियों से कड़ी निगाह रखने को भी कहा, क्योंकि कुछ लोगों की साजिश दिसंबर से राज्य में सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की है.

मुख्यमंत्री ने दिसंबर में राज्य में अशांति फैलाने की जताई आशंका
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कई दिनों से यह आशंका जता रही हैं कि दिसंबर में राज्य में अशांति हो सकती है. इस बार उन्होंने एक कदम आगे बढ़ते हुए चेतावनी दी, ”कुछ लोग वीआईपी सुरक्षा के साथ कार में हथियार ला रहे हैं. वीआईपी वाहन चलाते हैं ताकि हथियार राज्य में प्रवेश न करें.” मुख्यमंत्री ने गुरुवार को नदिया जिले की प्रशासनिक बैठक में इन दोनों मुद्दों को सामने रखा. उस आधार पर ममता बनर्जी ने उस बैठक में मौजूद राज्य पुलिस के आला अधिकारियों को निर्देश दिया, ”हमें इन सभी पहलुओं पर नजर रखनी होगी. बाहर तलाशी बढ़ाई जाए. हर जगह खोजें बढ़ाएं. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा, ”हजारों रुपये में बिहार से हथियार आ रहे हैं. दूसरी तरफ से आ रहा है. इधर-उधर से आ रहा है.उनसे निपटना होगा.

सीमावर्ती इलाकों में 30 फीसदी मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से बाहर-सीएम
ममता बनर्जी ने बृहस्पतिवार को मतदाता सूची को अद्यतन करने में जुटे अधिकारियों से कहा कि वे 18 वर्ष की आयु प्राप्त कर चुके लोगों को इसमें शामिल करें और किसी को भी धार्मिक पहचान के आधार पर इससे बाहर न करें. बनर्जी ने यहां एक प्रशासनिक बैठक में आरोप लगाया कि ”साजिश रची जा रही है और कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लगभग 30 प्रतिशत मतदाताओं को नयी सूची से बाहर कर दिया गया है.” बनर्जी ने बैठक में कहा, ”मैं अधिकारियों से अनुरोध करती हूं कि चुनाव आयोग के नियम के अनुसार सभी का नाम शामिल करें. उन्हें 18 साल की उम्र पूरी कर चुके लोगों को अवश्य शामिल करना चाहिए और धार्मिक पहचान के आधार पर किसी को भी बाहर नहीं करना चाहिए.”

मतदाता सूची पर नजर रखें डीएम और एसपी-बोलीं ममता
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारी (डीएम) और पुलिस अधीक्षक (एसपी) को मतदाता सूची तैयार करने पर नजर रखने का भी निर्देश दिया, ताकि यह पड़ताल की जा सके कि कहीं कोई गड़बड़ी तो नहीं है. उन्होंने कहा, ”डीएम, एसपी को उन शिविरों का औचक दौरा करना चाहिए, जहां मतदाता सूचियां तैयार की जाती हैं. विधायकों, जिला परिषद सदस्यों को भी इस पर नजर रखनी चाहिए.” बुधवार को प्रकाशित एक मतदाता सूची के मसौदे के अनुसार, पश्चिम बंगाल में 7,42,88,233 मतदाता हैं, जो एक साल पहले की तुलना में 12,577 कम हैं.

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