उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं. आए दिन नई-नई घटनाएं सामने आ रही हैं. अपराधी इतने बेखौफ हैं कि अब वे मंत्री के स्टाफ को भी निशाना बना रहे हैं. ताजा मामला प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री से जुड़ा है जिसमें उनके जनसंपर्क अधिकारी को फोन कर रंगदारी की मांग की गई है. गोंडा में अपराधियों ने फोन पर अधिकारी से 1 करोड़ रुपये देने पहुंचाने की मांग की.
जनसंपर्क अधिकारी को फोन कर रंगदारी की रकम देने या अंजाम भुगतान भुगतने की धमकी दी गई. बाद में मामला पुलिस के संज्ञान में आया और छानबीन में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. गोंडा के पुलिस अधीक्षक ने इस हाईप्रोफाइल मामले का खुलासा करते हुए दोनों आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया. एसपी के मुताबिक आरोपियों ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए रंगदारी मांगने की साजिश रची थी. पकड़े गए आरोपियों में एक गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपी अयोध्या जिले का रहने वाला है.
रंगदारी मांगने का यह हाईप्रोफाइल मामला गोंडा जिले के नवाबगंज थाना क्षेत्र का है. प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री और उनके पीआरओ वेदप्रकाश दुबे नवाबगंज के ही रहने वाले हैं. मंत्री के पीआरओ वेदप्रकाश दुबे के मोबाइल फोन पर एक अज्ञात ने टेक्स्ट मैसेज कर एक करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी. पैसे न देने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी भी दी गई थी. इस पर मंत्री के पीआरओ ने नवाबगंज थाने में 5 सितंबर को मुकदमा दर्ज कराया था. मामले की जांच कर रही नवाबगंज पुलिस ने इस मामले में शामिल दो आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है.
पुलिस अधीक्षक ने गुरुवार को दोनों आरोपियों को मीडिया के सामने पेश किया. एसपी का कहना है कि पुलिस पूछताछ में दोनों आरोपियों ने रंगदारी मांगने की बात कबूल की है. पकड़ा गया एक आरोपी लवकुश यादव नवाबगंज का ही रहने वाला है, जबकि दूसरा आरोपी मनीष मौर्या अयोध्या जिले का है और मोबाइल सिम बेचने की दुकान चलाता है. कॉल करने के लिए जिस सिम कार्ड का उपयोग किया गया था, वह मनीष मौर्या की दुकान से ही खरीदा गया था. एसपी ने बताया कि दोनों ने अपने विरोधियों को फंसाने के लिए यह साजिश रची थी.