बीकानेर: राजस्थान के बीकानेर खाजूवाला कोचिंग में पढ़ने वाली दलित युवती की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत होने का मामला तूल पकड़ गया है. घटना की जानकारी मिलने के बाद से ही पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने खाजूवाला में ही डेरा डाल लिया है. वहीं पुलिस ने जब शव का पोस्टमार्टम करने के लिए परिजनों से बात की तो मामला और बिगड़ गया. परिजन और मण्डीवासी नामजद मुल्जिमों की गिरफ्तारी करने की मांग करते हुए प्रदर्शन करने लगे. जिसके बाद मौके पर एफएसएल की टीम भी पहुंच गई. पुलिस ने परिजनों से एक बार फिर युवती का पोस्टमार्टम कराने की बात कही. पुलिस ने कहा कि महिला डॉक्टर की मौजूदगी में शव का पोस्ट मार्टम कराया जाएगा.
लेकिन नामजद मुल्जिमों की गिरफ्तारी से पहले परिजन और ग्रामीण कुछ भी मानने को तैयार नहीं थे. परिजनों ने पुलिस थाना पर प्रदर्शन किया और जमकर नारेबाजी की. जिसके बाद नामजद दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.
नामजद मुल्जिमों को गिरफ्तार करने की मांग पर अड़े परिजन
मंगलवार सुबह जैसे ही नई धानमण्डी के बाहर 100 फुट रोड़ पर शव की बात सामने आई तो पुलिस मौके पर पहुंच गई. युवती को हॉस्पिटल पहुंचाया गया. युवती की मृत्यु होने पर पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवा दिया, और उच्चाधिकारियों को इसकी सूचना दी. पुलिस अधीक्षक बीकानेर तेजस्वनी गौतम तथा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार फौरन मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का जायजा लिया. परिजनों ने नामजद मुल्जिमों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने करने का प्रार्थना पत्र दिया.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में युवती के शव का पोस्ट मार्टम करने के लिए जब परिजनों से बात की तो वो भड़क उठे. परिजन पहले नामजद मुल्जिमों को गिरफ्तार करने की बात पर अड़ गए. हॉस्पिटल में काफी देर तक बहस होने के बाद परिजन पुलिस थाना पहुंचे और वहां प्रदर्शन करते हुए जमकर नारेबाजी की.
पहले नामजद मुल्जिमों को गिरफ्तार करो, फिर पोस्ट मार्टम करवाएंगे
परिजनों ने मुल्जिमों को गिरफ्तार करते हुए कहा कि पहले नामजद मुल्जिमों को गिरफ्तार करो, फिर पोस्ट मार्टम करवाएंगे. इस मांग को करते हुए ग्रामीणों ने धरना लगा दिया. काफी देर के बाद घटना में नामजद दो पुलिसकर्मियों को पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने निलंबित करने के आदेश दिए. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि नामजद प्रार्थना पत्र के आधार पर कॉस्टेबल मनोज कुमार और भागीरथ को निलंबित कर दिया गया.
इससे पूर्व पुलिस अधीक्षक से मिलने के लिए पूर्व संसदीय सचिव डॉक्टर विश्वनाथ मेघवाल भी शिष्ट मण्डल के साथ पुलिस थाना पहुंचे तथा निष्पक्ष जांच की मांग की. वहीं आपदा प्रबंधन एवं सहायता मंत्री गोविन्दराम मेघवाल ने पुलिस अधीक्षक से फोन पर बात कर निष्पक्ष जांच करने तथा दोषियो के लिए सख्त से सख्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं. देर रात तक पुलिस थाना पर ग्रामीणों द्वारा प्रदर्शन जारी था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुबह मेडिकल बोर्ड से पोस्ट मार्टम की कार्यवाही की जायेगी.