नई दिल्ली: कोरोना के प्रकोप के आगे अब सारी व्यवस्थाएं बौनी लगने लगी हैं, स्वास्थ्य सुविधाएं वेंटिलेटर पर हैं तो मानवीय संवेदनाओं ने भी मानों मास्क लगा लिया हो. तमाम प्रयासों के बाद स्थिति नियंत्रण में नहीं मालूम पड़ रही है. उत्तर प्रदेश और बिहार में शव अब श्मशानों के बजायों नदियों में तैरते दिख रहे हैं. हालांकि वैक्सीनेशन अभियान में हम तेजी से चल रहे हैं लेकिन अभी भी बड़ी आबादी इस टीके की खुराक से मरहूम है, कई राज्यों में इसकी कमी लगातार बनी हुई है. वहीं सबसे चिंता जनक बात ये है कि अब इस खतरनाक वायरस ने गांवों की तरफ अपना रुख किया है, जहां स्वास्थ्य सुविधाओं की बात ही बेमानी लगती है. लगातार चार दिन कोरोना वायरस संक्रमण के चार लाख से अधिक नए मामले सामने आने के बाद भारत में सोमवार को एक दिन में कोविड-19 के 3,66,161 मामले सामने आए और इसी के साथ देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 2,26,62,575 हो गए हैं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोविड के भारतीय स्वरूप (बी-1617) को वैश्विक स्तर पर ‘चिंताजनक स्वरूप’ की श्रेणी में रखा है. डब्ल्यूएचओ में कोविड-19 तकनीकी दल से जुड़ीं डॉ मारिया वैन केरखोव ने कहा कि सबसे पहले भारत में सामने आए वायरस के स्वरूप बी.1.617 को पहले डब्ल्यूएचओ द्वारा ””निगरानी स्वरूप”” की श्रेणी में रखा गया था.
संदिग्ध कोरोना संक्रमितों का शव उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे बिहार के बक्सर जिले के चौसा के समीप नदी में सोमवार को बहता हुआ पाया गया. चौसा के प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने फोन पर पीटीआई-भाषा को बताया कि स्थानीय चौकीदार द्वारा इस बारे में सूचित किए जाने पर हमने अब तक इनमें से 15 शव बरामद कर लिए हैं. उन्होंने बताया कि मृतक में से कोई भी बक्सर जिला के निवासी नहीं हैं. उन्होंने कहा कि उस पार उत्तर प्रदेश के कई जिले नदी के किनारे स्थित हैं और हो सकता है कि वहां शवों को गंगा में बहा दिया गया जो हमें नहीं पता. - उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले में यमुना नदी में शव नजर आने के बाद लोगों में दहशत फैल गई और यह संदेह भी जताया गया कि यह कोविड-19 से जान गंवाने वालों की लाशें हैं. हालांकि, सोमवार को जिला प्रशासन के अधिकारियों ने इस दावे को खारिज कर दिया. हमीरपुर के जिलाधिकारी ज्ञानेश्वर त्रिपाठी ने सोमवार को जारी एक बयान में कहा, ‘‘ लोगों से बातचीत तथा शव को देखने से प्रथम दृष्टया ये कोरोना वायरस से हुई मृत्यु से संबंधित नहीं पाए गये, क्योंकि शव के ऊपर सामान्य परंपरागत शवों के कपड़े थे और किसी भी शव पर कोरोना से मृत्यु होने पर की जाने वाली पैकिंग नहीं थी.”
- गूगल ने सोमवार को कहा कि वह चुनिंदा जगहों पर बिस्तरों, और चिकित्सीय ऑक्सीजन की उपलब्धता से जुड़ी जानकारी देने के लिए गूगल मैप्स में एक नयी सुविधा का परीक्षण कर रही है. सुविधा के माध्यम से लोग इन चीजों से जुड़ी जानकारी मांग सकते हैं और दूसरों से साझा कर सकते हैं. ये परीक्षण प्रौद्योगिकी कंपनी के भारत में कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के बीच राहत प्रयासों में मदद करने की कोशिशों के तहत किए जा रहे हैं.
- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि दिल्ली को कोविड-19 की तीसरी लहर के लिए तैयारी करनी चाहिए. केजरीवाल ने साथ ही भरोसा जताया कि दिल्ली में जिस स्तर पर बुनियादी ढांचे को बढ़ाया जा रहा है, दिल्ली प्रतिदिन 30,000 मामले सामने आने पर भी इससे निपटने में सक्षम रहेगी.
- समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता एवं रामपुर के सांसद मोहम्मद आजम खान (72) को सोमवार को यहां मेदांता अस्पताल के कोविड आईसीयू में स्थानांतरित कर दिया गया जहां क्रिटिकल केयर टीम की निगरानी में उनका इलाज चल रहा है. सोमवार को अस्पताल प्रबंधन ने एक बयान में यह जानकारी दी.
- कोरोना वायरस महामारी के बीच प्रतिलाख जनसंख्या में 37 मौतों के साथ उत्तराखंड में मृत्यु दर हिमालयी राज्यों में सर्वाधिक है तथा इस मोर्चे पर वह उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे बडे़ राज्यों से आगे देश में नौवें स्थान पर है. एक करोड से कुछ अधिक की जनसंख्या वाले उत्तराखंड में अब तक 3896 मौतें हो चुकी हैं और प्रतिलाख जनसंख्या में हुई मौतों की संख्या के हिसाब से यह अन्य सभी हिमालयी राज्यों जैसे हिमाचल प्रदेश और सिक्किम से कहीं आगे हैं जहां प्रतिलाख जनसंख्या पर 28 मौतें दर्ज हुई हैं.
- भारत और अमेरिका ने सोमवार को कोरोना वायरस महामारी से प्रभावी तरीके से निपटने व कच्चे माल की आपूर्ति सहित फार्मास्युटिकल क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की.कोरोना वायरस की महामारी से निपटने में दोनों देशों के बीच सहयोग को लेकर विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला और अमेरिकी दूतावास प्रभारी डेनियल बी स्मिथ के बीच चर्चा हुई.
- भारत बायोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इला के मुताबिक कंपनी ने दिल्ली और महाराष्ट्र सहित 14 राज्यों को कोविड-19 की वैक्सीन ‘कोवैक्सीन’ की सीधी आपूर्ति एक मई से शुरू कर दी है।
- क्रेडिट रेटिंग एजेंसी क्रिसिल ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर के पूर्वानुमान को घटाकर सोमवार को 8.2 प्रतिशत कर दिया जबकि पहले उसने 11 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान रखा था. एजेंसी ने कहा है कि यदि कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर जून अंत तक के बाद कम हो जाए तो वर्ष 2021-22 में भारत की आर्थिक वृद्धि 8.2 प्रतिशत रह सकती है. उसने स्पष्ट किया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए भारत की अनुमानित 11 प्रतिशत आर्थिक वृद्धि दर के घटने का जोखिम हो सकता है. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर यदि मई अंत तक रहती है तो आर्थिक वृद्धि 9.8 प्रतिशत रह सकती है। अगर लहर जुलाई तक रही तो वृद्धि दर के 8.2 प्रतिशत रहने का अनुमान है.”