नई दिल्ली: मॉनसून का इंतजार करते-करते राजधानी दिल्ली की आंखें तरस गई थीं, लेकिन पिछले एक हफ्ते से मौसम मेहरबान लग रहा है. पिछले हफ्ते लगातार दो दिनों की बारिश के बाद मंगलवार की सुबह राजधानी और आसपास के इलाकों में जबरदस्त बारिश हुई है सोमवार को रात साढ़े 8 बजे से मंगलवार की सुबह साढ़े 8 बजे तक राजधानी में तेज बारिश हुई है. दिल्ली में मानसून इस बार करीब 15 दिन की देरी से आया था, लेकिन जोरदार बारिश को देखते हुए लग रहा है कि यह दुरुस्त आय़ा हैसबसे बड़ी बात कि बारिश के मामले में दिल्ली ने सेंचुरी मार दी है. यहां कुछ इलाकों में 100 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई है, जोकि 2013 के बाद का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. एक दशक में यह तीसरी बार है, जब यहां तीन डिजिट में बारिश दर्ज की गई हो. अब तक सबसे बड़ा रिकॉर्ड 266.2 mm का है, जब 1958 में 21 जुलाई को दिल्ली में इतनी बारिश दर्ज हुई थी.
मौसम विशेषज्ञों का अनुमान है कि दिल्ली में मंगलवार को भी अच्छी बारिश होगी. दिन में बारिश रुक सकती है, लेकिन रात में फिर से बारिश होने की संभावना है. वहीं, मौसम अगले दो दिनों तक ऐसा ही बना रह सकता हैभारी बारिश के कारण शहर के कई हिस्सों में जलजमाव हो गया. धौला कुआं, मथुरा रोड, मोती बाग, विकास मार्ग, रिंग रोड, रोहतक रोड, संगम विहार, किराड़ी और प्रगति मैदान के पास तथा कई अन्य स्थानों पर जलभराव के कारण लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. बारिश के कारण सड़कों पर पानी भरने से यातायात भी प्रभावित हुआ. आईटीओ, मोती बाग मेट्रो स्टेशन के नीचे, धौला कुआं अंडरपास, प्रगति मैदान के पास, मथुरा रोड, विकास मार्ग, आईपी फ्लाईओवर के पास रिंग रोड, रोहतक रोड सहित कई स्थानों पर यातायात काफी धीमा रहा दिल्ली के सफदरजंग में 10 सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई, वहीं, पालम और आयानगर में 7 सेंटीमीटर हुई. राजस्थान के गुना और चुरु में 9 सेंटीमीटर, महाबलेश्वर और ग्वालियर में 8 सेंटीमीटर और कोलकाता, दार्जिलिंग में 7 सेंटीमीटर बारिश दर्ज हुई है.
मौसम विभाग ने बताया है कि पिछली रात से आज सुबह तक दिल्ली, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिमी राजस्थान, मध्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल और सिक्किम में भारी बारिश दर्ज हुई है