दिल्ली सरकार चलाएगी मेट्रो की ई-फीडर बसें, कैबिनेट ने अधिग्रहण को दी मंजूरी

दिल्ली सरकार दिल्ली मेट्रो की 100 मौजूदा ई-बसों और 380 नई फीडर ई-बसों का अधिग्रहण करेगी. वेलकम, कोहाट एन्क्लेव, रिठाला, नांगलोई, मुंडका और द्वारका मेट्रो स्टेशन से अतिरिक्त 380 ई-बसों का होगा संचालन. डीएमआरसी डिपो का निर्माण करेगी. परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन को अपने नागरिकों के लिए अधिक किफायती, सुरक्षित और सुविधाजनक बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि रूट रेशनलाइजेशन के कार्यान्वयन को मिली अच्छी प्रतिक्रिया और सफलता के बाद अब ये नई इलेक्ट्रिक फीडर बसें लोगों के लिए लास्ट माईल कनेक्टिविटी को और आसान बना देंगी. बता दें, दिल्ली सरकार गंतव्य तक परिवहन उपलब्ध कराने के लिए जल्द ही दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (डीएमआरसी) की इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े का अधिग्रहण करेगी.

2019 से फीडर ई-बसों का हो रहा संचालन
मंत्रिमंडल ने हाल में डीएमआरसी की 100 मौजूदा बसों का अधिग्रहण करने का फैसला किया है और वह 2023 में परिवहन विभाग के तहत 380 अतिरिक्त फीडर बसें भी परिचालित करेगी. दिल्ली सरकार ने एक बयान में कहा, डीएमआरसी शास्त्री पार्क और मजलिस पार्क डिपो से पूर्वी और उत्तरी क्लस्टर में दिसंबर 2019 से फीडर ई-बसें परिचालित कर रही है. परिवहन विभाग दिल्ली इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल ट्रांजिट सिस्टम के जरिये इन बसों का परिचालन करेगा.

डीएमआरसी बनाएगा डिपो
बयान के अनुसार, इसके अलावा, अतिरिक्त 380 इलेक्ट्रिक बसों के परिचालन के लिए छह मेट्रो स्टेशन को चुना गया है, जिनमें वेलकम, कोहाट एनक्लेव, रिठाला, नांगलोई, मुंडका और द्वारका शामिल हैं. इसमें कहा गया है कि इन स्थानों पर डीएमआरसी द्वारा डिपो का निर्माण किया जाएगा.

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने दी जानकारी
परिवहन विभाग फीडर बसों को प्रति किलोमीटर के आधार पर परिचालित करेगा और ऑपरेटर को प्रति दिन तय की गई दूरी के आधार पर भुगतान किया जाएगा. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा, दिल्ली सरकार सार्वजनिक परिवहन को अधिक वहनीय, सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए प्रतिबद्ध है.

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