Delhi Builder Murder Case: राजधानी दिल्ली के पास सिविल लाइंस इलाके में रहने वाले 77 वर्षीय एक बिल्डर की दो दिन पहले उसके घर में घुसकर हत्या कर दी गई थी. अब दिल्ली पुलिस ने उनमें से एक संदिग्ध हत्यारोपी को पकड़ लिया है. दिल्ली पुलिस ने इन अपराधियों को तकनीकी की मदद से पकड़ने में सफलता पाई है. पुलिस ने आरोपियों को मेट्रो कार्ड और सीसीटीवी की मदद से पकड़ा है.
पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्होंने सिविल लाइन्स में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से दो संदिग्ध लड़कों को निशाने पर लिया था, जो 28 अप्रैल से सिविल लाइन्स में राम किशोर अग्रवाल के घर के बाहर(अलग-अलग समय) देखे गए थे. यही दोनों लड़के मेट्रो स्टेशन पर भी देखे गये थे. इन लड़कों ने डीयू मेट्रो स्टेशन पर मेट्रो में सवारी भी की. इसी तफ्तीश के तहत पुलिस को मेट्रो स्मार्ट कार्ड का नंबर मिला, जो मेट्रो में इस्तेमाल किया गया था.
क्या हत्या के इरादे से घर में घुसे थे आरोपी ?
पुलिस सूत्रों का कहना है कि इनमें से एक संदिग्ध वजीराबाद का रहने वाला है. अभी हिरासत में लिए गए संदिग्ध से पूछताछ चल रही है. हिरासत में लिए गए युवक की उम्र भी वेरीफाई की जा रही है क्योंकि उसने खुद की उम्र 18 साल से कम बताई है. आपको बता दें कि ये हत्यारोपी बुजुर्ग बिल्डर की हत्या के इरादे से घर में घुसे थे.
सूत्रों के मुताबिक ये आरोपी कार्डबोर्ड (बक्सा) भरकर कैश लेकर फरार हो गए थे. मृतक का नाम राम किशोर अग्रवाल था. पुलिस सूत्रों का कहना है कि घर के नज़दीक लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज से पता चला है कि दोनों लुटेरों को शनिवार देर रात लगभग 10 से 10:30 बजे के आसपास ही मृतक बिल्डर रामकिशोर अग्रवाल के घर के सामने बाइक पार्क करते देखा गया.
इसके बाद रविवार सुबह लगभग 6:30 बजे वे दोनों वारदात को अंजाम देने के बाद उसी बाइक पर सवार होकर फरार हो गए, लेकिन रविवार सुबह दोनों वारदात को अंजाम देने के लिए पैदल ही आए थे. बाइक अपाचे बताई जा रही है. सूत्रों का ये भी कहना है कि बाइक वजीराबाद रिंगरोड की तरफ जाती दिखी थी.
क्या है मामला
सिविल लाइन के राम किशोर रोड पर रहने वाले अजय दुबे ने बताया कि वह रामकिशोर अग्रवाल के पड़ोसी हैं. आज सुबह लगभग 6:30 बजे अचानक से शोर मचा जिसके बाद अजय दुबे जब अपने घर से बाहर आए तो उन्होंने देखा कि उनके सामने वाले घर में अफरा-तफरी का माहौल है.
रामकिशोर अग्रवाल को घायल अवस्था में ट्रामा सेंटर ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. ये पता चला कि दो बदमाश उनके घर में घुसे थे और उन्होंने ही रामकिशोर अग्रवाल पर चाकू से वार करके उनकी हत्या कर दी थी. रामकिशोर अग्रवाल के गले पर चाकू मारा गया था, पेट पर चाकू मारा गया था और कमर पर भी चाकू मारा गया था. ये भी बताया गया कि घर के अंदर से कैश भी लूटा गया था