पूर्वी दिल्ली के जगतपुरी इलाके में कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आने पर एक युवक ने दिल्ली सरकार की डिस्पेंसरी की डॉक्टर और कर्मचारियों को पीट दिया. दरअसल, रिपोर्ट पॉजिटिव आने के अगले दिन युवक ने सरकारी अस्पताल में जाकर जांच करवाई तो रिपोर्ट निगेटिव आई. युवक ने डिस्पेंसरी के डॉक्टरों पर गलत रिपोर्ट बनाने का आरोप लगाते हुए मारपीट की.
स्थानीय लोगों ने डिस्पेंसरी में जाकर डॉक्टर व कर्मचारियों को बचाया. डिस्पेंसरी इंचार्ज व मेडिकल अफसर डॉ. रीना सहगल की शिकायत पर जगतपुरी पुलिस केस दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है. पुलिस आरोपितों की पहचान के लिए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज भी खंगाल रही है.
जगतपुरी डिस्पेंसरी की इंचार्ज डॉ. रीना सहगल ने अपनी शिकायत बताया कि शनिवार को उनके यहां जगतपुरी का रहने वाला शानू नाम का युवक कोरोना जांच करवाने आया था. उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया था, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. अगले दिन युवक कई लोगों के साथ डिस्पेंसरी पहुंचा, डॉ. रीना और बाकी कर्मचारियों के साथ गाली गलौज शुरू कर दी.
शिकायत के मुताबिक, जब डॉक्टर ने विरोध किया तो आरोपितों ने उनकी पिटाई कर दी. आरोपित युवक का कहना था कि उसने अगले दिन डॉ. हेडगेवार अस्पताल में भी रैपिड एंटीजन टेस्ट करवाया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई. आरोपित ने डॉक्टरों पर गलत रिपोर्ट बनाने का आरोप भी लगाया.
वहीं पीड़ित डॉक्टर रीना का कहना था कि आरोपित ने उन्हें अपनी दूसरी रिपोर्ट दिखाई ही नहीं. डिस्पेंसरी में शोर शराबा सुनकर पड़ोसी मौके पर पहुंचे और डॉक्टर व अन्य कर्मचारियों को बचाया. वारदात के बाद आरोपित मौके से फरार हो गए. पुलिस आरोपितों की तलाश कर रही है.