कोलकाता: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर जमकर हमला बोला और कहा कि बंगाल के हर घर का बच्चा ‘दीदी ओ दीदी’ बोलना शुरू कर दिया है। बारासात में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि मैं जब दीदी ओ दीदी बोल रहा हूं तब भी उनको गुस्सा आया, यह गुस्सा करने की चीज है क्या? उन्होंने कहा, “मैं जब यह बोल रहा हूं कि दीदी ओ दीदी, उससे भी उनको गुस्सा आया, यह गुस्सा करने की चीज है क्या, मैं तो हैरान हूं, मुझे किसी ने वो व्हाट्सएप भेजे हैं, सैंकड़ों बच्चे कोई तीन साल का कोई चार का कोई पांच का, वो खुद मोबाइल पर अपनी वीडियो बनाकर रखी हुई है बच्चों ने और बोल रहे हैं दीदी ओ दीदी, बंगाल के हर घर का बच्चा दीदी ओ दीदी बोलना शुरू कर दिया है।”
पीएम मोदी ने कहा, “अपने भतीजे के भविष्य को बचाने के लिए दीदी ने बंगाल के युवाओं का वर्तमान और भविष्य दोनों को दांव पर लगा दिया है। मैं बंगाल के युवाओं से जानना चाहता हूं, 10 साल के शासन में दीदी ने अपने भतीजे को कहां से कहां तक पहुंचा दिया। बंगाल के युवाओं को दीदी ने कुछ दिया क्या। क्या दीदी के लिए अपना भतीजा ही सबकुछ है, बंगाल के युवा कुछ नहीं हैं, दीदी की सरकार के दौरान हुए हर अन्याय और हर अत्याचार का पूरा हिसाब लिया जाएगा।”
चुनावी रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “इतना प्यार आप लोगों ने दिया है, मैं आपको वादा करता हूं विकास करके ब्याज समेत इस प्यार को वापस करूंगा, जैसे जैसे 2 मई आ रही है दीदी की बौखलाहट बढ़ती जा रही है, वो किसी भी कीमत पर सत्ता में बने रहना चाहती है, इसलिए उन्होंने अपने समर्थकों को भड़काना शुरू कर दिया है। एक मुख्यमंत्री कभी ऐसी भाषा नहीं बोल सकता है, वो यहां हिंसा फैलाना चाहती हैं, अशांति पैदा करना चाहती हैं।”
उन्होंने आगे कहा, “पंचायत चुनाव के समय दीदी की पार्टी ने जिस तरह लोकतंत्र को लूटा था अब वही कोशिश वहीं साजिश वो दोबारा इस चुनाव में कर रही हैं, लेकिन मैं दीदी को साफ साफ कहना चाहता हूं, दीदी ओ दीदी, आपकी हर साजिश को ये बंगाल की जनता नाकाम करके ही रहेगी। आपकी हर साजिश का जवाब बंगाल की जनता खुद दे रही है।”
मोदी ने कहा, “अपनी रैलियों में कभी यह कहा है कि ज्यादा से ज्यादा मतदान होना चाहिए, एक बार भी कहा है, क्या दीदी ने एक बार भी कहा है कि सभी मत संप्रदाय सभी वर्ग के लोग लोकतंत्र के इस उत्सव में बढ़चढ़कर हिस्सा लें, क्या ऐसा कभी कहा है, क्या दीदी ने एक बार भी ऐसी अपील की है कि शांतिपूर्ण मतदान होना चाहिए, राज्य के मुख्यमंत्री के नाते उनकी जिम्मेवारी है या नहीं, कभी दीदी ने बंगाल में शांतिपूर्ण मतदान करो यह शब्द नहीं बोला है। क्या एक बार भी उन्होंने यह कहा कि जो लोग हिंसा फैलाएंगे मतदान में वाधा डालने का प्रयास करेंगे उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी, क्या ऐसा बोला कभी, ये भी नहीं बोलती हैं।”
उन्होंने कहा, “बंगाल की जनता समझ सकती है, कि दीदी के इरादे क्या हैं, दीदी जानती है कि इतना ज्यादा मतदान बीजेपी के पक्ष में हो रहा है इसलिए वो ज्यादा मतदान के खिलाफ है। दीदी जानती है कि चुनाव में उनके गुंडे ही हिंसा कर रहे हैं इसलिए वो हिंसा फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई की बात भी नहीं कर रही हैं, आखिर दीदी अपने ही लोगों पर कार्रवाई कैसे करेगी। ये जो सबकुछ चल रहा है दीदी की नाक के नीचे हो रहा है, उनके कान सुनते भी हैं उनकी आंखे भी देख रही है और पता नहीं इशारा कहां से होता है कब होता है।”