नई दिल्ली: Eid-ul-Fitr 2021: ईद सबसे प्रमुख इस्लामी त्योहारों में से एक है जो शव्वाल महीने में मनाया जाता है. इस मौके पर मुस्मिल समुदाय महीने भर के रमजान के रोजे खत्म होने का जश्न मनाते हैं. बता दें, रमजान के महीने भर के उपवास के आखिरी दिन चांद का दीदार होने के बाद ईद का पर्व शुरू होता है. सभी बेसब्री से चांद दिखने का इंतजार करते हैं. भारत में 14 मई 2021 यानी आज ईद का पर्व धूमधाम से मनाया जा रहा है.
क्या है चांद का महत्व
ईद पर्व और इसकी तारीख काफी हद तक चंद्रमा के दिखने पर निर्भर करती है जो अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग देशों में अलग-अलग होती है. मुस्लिम समुदाय आकाश में स्पॉट किए जाने वाले अर्धचंद्र (crescent) की प्रतीक्षा करते हैं और फिर उत्सव शुरू करते हैं.
भारत में कब देखा गया चांद
सबसे पहले आपको बता दें, सऊदी अरब में चांद 12 मई को दिखाई दिया था, इसीलिए आज ईद सऊदी अरब में मनाई जा रही है. हालांकि भारत में आज भारत में शाम लगभग 7:15 बजे चांद देखा गया है, ऐसे में ईद उल फितर ( Eid al-Fitr) 14 मई यानी आज भारत में मनाई जाएगी. बता दें, ईद उल फितर को मीठी ईद भी कहते हैं. क्योंकि इस दिन सेवाइयां बनाई जाती है.
कैसे मनाया जाता है ईद का त्योहार
मुस्लिम समुदाय के लोग ईद के त्योहार का जश्न पूरे 3 दिनों तक मनाते हैं. ईद के दिन लोग नए कपड़े पहनते हैं और अल्लाह का शुक्रिया अदा करते हैं. ईद के दिन की शुरुआत ईद की नमाज के साथ होती है. इसके बाद सब एक दूसरे को गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देते हैं. एक दूसरे के घर जाते हैं और दोस्तों और रिश्तेदारों में मिठाइयां और तोहफे बांटते हैं. सभी बड़े इस दिन अपने छोटों को तोहफे के रूप में ईदी देते हैं.
केरल में ईद
केरल में 12 मई को भी चांद नहीं दिखने की खबर आई थी, ऐसे में केरल में शीर्ष मुस्लिम मौलवियों ने कहा कि ईद 13 मई को मनाई गई. इस बीच, COVID-19 के मद्देनजर, सरकार ने त्योहार के लिए भोजन और अन्य आवश्यक चीजें खरीदने के लिए लॉकडाउन में कुछ छूट दी थी. मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने अपील की थी कि, ईद के दिन लोग त्योहार से संबंधित प्रतिबंधों का पालन करें.