Bharat Bandh: किसानों का भारत बंद 26 मार्च को, क्‍या खुला रहेगा और क्‍या बंद जानिए सबकुछ

दिल्ली। तीनों नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर अड़े किसान 26 मार्च (शुक्रवार) को पूरे देश में भारत बंद करेंगे। कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने ‘भारत बंद’ का अह्वान किया है। संयुक्‍त किसान मोर्चा के मुताबिक, किसान आंदोलन के 4 महीने (120 दिन) पूरे होने पर ‘भारत बंद’ किया जा रहा है। किसान आंदोलन पिछले साल 26 नवंबर को शुरू हुआ था। बता दें कि, हजारों की संख्‍या में किसान दिल्‍ली की सीमाओं पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस, लेफ्ट, समेत कई विपक्षी दलों ने किसानों के भारत बंद का समर्थन किया है। किसान संगठनों ने ऐलान किया है कि वे 28 मार्च को होलिका दहन पर नए कृषि कानूनों की प्रतियां जलाएंगे। आप भी जानिए 26 मार्च (शुक्रवार) को भारत बंद के दौरान देश में क्‍या-क्‍या खुला रहेगा और क्‍या बंद रहेगा। साथ ही जानिए सड़क और रेल पर कितना असर पड़ेगा।

26 मार्च को सुबह 6 से शाम 6 बजे तक भारत बंद का आवाह्न
नए कृषि कानूनों के विरोध में किसान संगठनों का भारत बंद 26 मार्च 2021 की सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक रहेगा। संयुक्त किसान मोर्चा के अनुसार, 26 मार्च को ‘संपूर्ण रूप’ से भारत बंद रहेगा। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक 26 मार्च को सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे भारत बंद का ऐलान किया है। इस दौरान पूरे देश में सड़क और रेल परिवहन, बाजार और दूसरे सार्वजनिक स्थानों को बंद करने की घोषणा की गई है। सार्वजनिक स्‍थलों को भी बंद रखा जाएगा।

जानिए क्या-क्या रहेगा बंद?

किसानों के भारत बंद के दौरान देश भर की दुकानों, बाजार, व्यापारिक प्रतिष्ठानों आदि को बंद रखने का आह्वान किया गया है। सभी तरह की दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहेंगे। इस दौरान दूध और डेयरी के उत्पादों की डिलीवरी को लेकर समस्या आ सकती है। ऐसे में अगर आप रोज दूध और डेयरी के उत्पाद खरीद कर लाते हैं तो आप आज शाम को ही इसकी व्यवस्था कर लें। किसान संगठनों ने कहा है कि लोगों से स्वेच्छा से दुकानें बंद रखने को कहा गया है। हालांकि, इसमें व्यापारी संगठन पूर्ण भागीदारी देंगे या नहीं इसको लेकर संशय बना हुआ है। व्यापारी इस भारत बंद में शामिल होंगे या नहीं, यह उन पर निर्भर है।

दिल्ली में भी दिखेगा भारत बंद का प्रभाव- किसान नेता

संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि जिन राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में चुनाव होने हैं, उन्हें 26 मार्च को भारत बंद से अलग रखा जाएगा। पिछली बार उत्‍तर प्रदेश और उत्तराखंड को छूट दी गई थी। इस बार किसान नेता दावा कर रहे हैं कि 26 मार्च को दिल्ली के अंदर भी भारत बंद का प्रभाव देखा जाएगा। किसान संगठन इस दौरान देश में जगह-जगह प्रदर्शन करेंगे। इसके साथ की नए कृषि कानून और सरकार के पुतले भी जलाए जाएंगे।

जानिए क्या रहेगा खुला

किसान नेताओं के अनुसार, किसी कंपनी या फैक्‍ट्री को नहीं बंद कराया जाएगा। पेट्रोल पंप, मेडिकल स्‍टोर, जनरल स्‍टोर जैसी जरूरत की जगहें खुली रहेंगी। भारत बंद के दौरान सड़कों को जाम नहीं किया जाएगा। इस वजह से यातायात पूरी तरह से सामान्य रहेगा। इसके अलावा भारत बंद के दौरान किसान रेल मार्ग को भी बाधित नहीं करेंगे। फैक्ट्रियों-कंपनियों को नहीं बंद करवाने का फैसला लिया गया है। पेट्रोल पंप, परचून की दुकानें, मेडिकल स्टोर, जनरल स्टोर और किताब की दुकानें भी इस दौरान खुली रहेंगी।

होलिका दहन’ पर नए कृषि कानूनों की कॉपियां जलाई जाएंगी

किसान नेताओं ने यह भी कहा कि 28 मार्च को ‘होलिका दहन’ पर नए कृषि कानूनों की कॉपियां जलाई जाएंगी। भारत बंद को लेकर भारतीय किसान यूनियन (BKU) के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि इन कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानों के बीच फूट नहीं पड़ेगी। उन्होंने ये भी कहा कि दिल्ली जाकर किसानों को फिर से बैरिकेड्स तोड़ना होगा। टिकैत ने जयपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि “उन्होंने (केंद्र) हमें जाति और धर्म के आधार पर बांटने की कोशिश की लेकिन वे असफल रहे। आपको अह्वान करने पर फिर दिल्ली जाना होगा और फिर बैरिकेड्स तोड़ने होंगे।’

अन्नदाता’ के सम्मान की अपील

किसान नेता दर्शन पाल ने कहा कि ‘हम देश के लोगों से इस भारत बंद को सफल बनाने और उनकी ‘अन्नदाता’ का सम्मान करने की अपील करते हैं।’ इससे पहले किसान नेता बूटा सिंह बुर्जगिल ने कहा कि 26 मार्च को तीन कृषि कानूनों के खिलाफ हमारे विरोध का 4 महीने पूरा हो जाएगा। उन्होंने कहा कि ये शांतिपूर्ण बंद सुबह से शाम तक प्रभावी रहेगा।

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