हरियाणा: खेतों के बीच से जा रही हाइटेंशन लाइन का मामला गर्मा गया है। शनिवार को दयालपुर में इस बाबत किसानों की पंचायत हुई, जिसमें भारतीय किसान यूनियन हरियाणा के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चढूनी व अन्य किसान नेता भी पहुंचे। चढ़ूनी ने पंचायत को संबोधित करते हुए सरकार से कहा है कि किसानों के खेतों में हाइटेंशन लाइन के टावर लगाने से पहले जुलाई तक बातचीत करे। जब तक बातचीत नहीं होती है, तब तक टावर लगाने का काम सरकार बंद रखे।उन्होंने मांग की है कि किसानों को खेत में टावर लगाने से पहले टावर की जमीन नहीं, बल्कि उसके आसपास 130 मीटर दूरी तक जमीन का मुआवजा दिया जाए, क्योंकि टावर के आसपास न तो कोई वे निर्माण कर सकते हैं और न ही पाली हाउस बना सकते हैं। मुआवजा सरकार को जमीन के मार्केट रेट से देना चाहिए, न की सर्कल रेट से।
दयालपुर में आयोजित पंचायत की अध्यक्षता भारतीय किसान यूनियन के जिला अध्यक्ष मास्टर महावीर सिंह ने की अध्यक्षता की और मंच संचालन बुखारपुर के पूर्व सरपंच सुखवीर सिंह ने किया। इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश युवाध्यक्ष रवि आजाद ने कहा कि सभी किसानों को एकजुट होने की जरूरत है। सरकार के खिलाफ संघर्ष करना पड़ सकता है। जब सरकार करोड़ों रुपये से केजीपी बना सकती है, तो फिर मोहना मार्ग को फोरलेन बनाने की बजाय गांव के बाहर से बाईपास बनाए। इससे किसानों के मकान टूटने से बच जाएंगे। किसानों ने ये मकान आज नहीं बनाए हैं, पुराने बने हुए हैं। सरकार यदि इन विषयों पर पहली जुलाई तक बातचीत नहीं करती है, तो फिर बड़ी पंचायत का आयोजन किया जाएगा। इस पंचायत में पूरे प्रदेश से किसान आ सकते हैं।
इस मौके पर भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय सचिव रतन सिंह सौरोत ने टोल प्लाजा पर चल रहे आंदोलन को लेकर भी चर्चा की। इस मौके पर बबलू हुड्डा, कुलबीर अत्री, दिनेश मलिक, मास्टर ऋषिपाल, नंदलाल मोहना, दयानंद नागर, विक्रम प्रताप सिंह, राज नागर, पूर्व सरपंच अमरनाथ बीसला ने भी पंचायत में अपने सुझाव रखे। बता दें कि तिगांव विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न गांवों से लेकर पृथला क्षेत्र तक खेतों के बीच से विद्युत निगम हाइटेंशन लाइन बिछाई जा रही है। यह लाइन एक पावर हाउस से जुड़ेगी। किसान हाइटेंशन लाइन का विरोध कर रहे हैं।