उत्तर प्रदेश सरकार नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के निर्माण में कोई भी कोताही बरतना नहीं चाहती यही वजह है कि समय के अनुसार कार्य प्रगति पर चल रहा है और ऐसा माना जा रहा है कि हवाईअड्डे से उड़ान दिसंबर 2023 जनवरी 2024 तक शुरू हो जाएगा.
यमुना अथॉरिटी के सीईओ डॉ अरुण सिंह ने आजतक को यह जानकारी दी है. अरुण वीर सिंह का कहना है कि ये एक बड़ी परियोजना है जिसके चलते विस्थापित हुए 3000 लोगों को पुनर्वास करना एक बहुत बड़ा काम है जिसे 2021 तक पूरा कर लिया जाएगा.
हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हवाई अड्डे का नाम डिजाइन और लोगो को अप्रूव्ड कर दिया है, सरकार ने कहा था कि परियोजना का मास्टर प्लान मंत्रालय को सौंपा जा चुका है. इस हवाईअड्डे का निर्माण चार चरणों में किया जाएगा. हवाई अड्डे की शुरुआती क्षमता 1.2 करोड़ यात्री प्रति वर्ष की होगी, जिसे अलग-अलग चरण में बढ़ाते हुए 2050 तक सात करोड़ यात्री प्रति वर्ष तक किया जाएगा
हवाई अड्डे में शुरुआत में दो रन-वे होंगे, जिसे बढ़ाकर पांच रन-वे तक किया जाएगा. हवाई अड्डे का नाम ‘नोएडा अंतरराष्ट्रीय ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा, जेवर’ होगा, जबकि लोगो में राज्यीय पक्षी ‘सारस’ की छवि है. जानकारी के लिए बता दें कि हवाई अड्डे का डिजाइन लंदन, मॉस्को और मिलान के विश्वप्रसिद्ध एयरपोर्ट की तर्ज पर तैयार किया गया है.