भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने गुरुवार को उत्तर प्रदेश पुलिस व सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. साथ ही साथ वह राष्ट्रीय राजधानी से सटे गाजीपुर बॉर्डर फफक-फफक कर रोने लगे. उन्होंने रोते हुए कहा कि वह किसानों को बर्बाद नहीं होने देंगे और ये कानून भी वापस होंगे. टिकैत के रोने का वीडियो कांग्रेस नेता अलका लांबा ने ट्वीट किया है.
राकेश टिकैत ने कहा, ” BJP किसानों को बर्बाद करने में लगी हुई है. अगर यह कानून वापस नहीं हुए तो राकेश टिकैत आत्महत्या करेगा. यह धरनास्थल खाली नहीं किया जाएगा. इस समय किसानों को मारने की कोशिश की जा रही है. ये साजिश बीजेपी के लोग कर रहे हैं.’
टिकैत ने कहा, ‘गाजीपुर बॉर्डर पर जितने लोग हैं उन्हें मारने की साजिश रची जा रही है और बीजेपी के विधायक यहां पर हैं और उनके 300 लोग लाठी और डंडों के साथ मौजूद हैं. साथ ही साथ 2000 पुलिसकर्मी तैनात हैं. ये देश के किसान के साथ अत्याचार और गद्दारी है. ये नहीं हो सकता है. मैंने 60 दिनों तक साथ दिया और किसानों को बुलवाया और सुरक्षित वापस भेजा. ‘
उन्होंने कहा, ‘लाल किले पर झंडा पीएम मोदी के साथ खड़े होने वाले लोगों ने फहराया. गांव के लोगों से अपील है कि घबराने की आवश्यकता नहीं है. किसानों के साथ धोखा हुआ है. आंदोलन जारी रहेगा.’ उनका कहना है कि गिरफ्तारी के नाम पर मेरी हत्या की साजिश रची गई. विधानसभा लखनऊ के नाम का पास लगी गाड़ियों में हथियार बंद गुंडे धरने पर भेजे गए.
पुलिस गुंडागर्दी कर रही रहीः राकेश टिकैत
राकेश टिकैत ने कहा, ‘यहां कोई गिरफ्तारी नहीं देगा. बीजेपी सरकार का षड्यंत्र है. पुलिस हमारे लोगों को पीट रही है. यहीं रहकर गोली खाऊंगा. पुलिस गुंडागर्दी कर रही रही है. कोई भी किसान धरना छोड़कर नहीं जाने वाला है. अगर बीजेपी का कोई भी यहां आया तो उसे बंधक बना लिया जाएगा. भारत सरकार से बात होगी. गांव से और किसान आएंगे. हमारे साथ गद्दारी हुई है. पुलिस जो चाहे करे हम बैठे हुए हैं. सभी यूनियनों से किसान आ रहे हैं.’
पुलिस ने दिया यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम
इससे पहले गाजियाबाद प्रशासन ने प्रदर्शनकारी किसानों को गुरुवार आधी रात तक यूपी गेट खाली करने का अल्टीमेटम दिया है, अन्यथा उन्हें वहां से हटा दिया जाएगा. गणतंत्र दिवस पर दिल्ली में हिंसा को लेकर तीन किसान संगठनों ने तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ अपना आंदोलन वापस ले लिया है. इसके बाद प्रशासन ने यह ‘मौखिक’ निर्देश दिया. गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय ने दिल्ली सीमा पर यूपी गेट पर डेरा डाले प्रदर्शनकारियों से संवाद किया और उन्हें रात तक प्रदर्शनस्थल खाली करने को कहा. ऐसा नहीं करने पर प्रशासन उन्हें हटा देगा.