दिल्ली : खाने के शौकीनों के लिए एक अच्छी खबर है. अब आपको अच्छे खाने की तलाश में इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. केजरीवाल सरकार फूड ट्रक नीति के तहत दिल्ली में 11 फूड ट्रक हब बनाएगी, जहां लोगों को लजीज भोजन के साथ-साथ मनोरंजन के साधन भी उपलब्ध कराए जाएंगे.
फूड ट्रक हब के लिए 30 स्थान चिह्नित
राज्य सरकार ने फूड ट्रक हब के लिए कुल 30 जगहों को चिह्नित किया है. पहले चरण में 11 स्थानों पर फूड ट्रक हब खोले जाएंगे. राज्य के सभी 11 जिलों में पहले चरण में फूड ट्रक हब खोले जाएंगे. यहां देर रात 2 बजे तक भोजन की सुविधा उपलब्ध रहेगी.
पर्यटन विभाग को दी गई जिम्मेदारी
अधिकारियों का कहना है कि इसकी जिम्मेदारी पर्यटन विभाग को दी गई है. अभी जिन 30 जगहों को चिह्नित किया गया है उनमें पर्यटन स्थल, प्राचीन स्थल के परिसर समेत वे जगह शामिल है, जहां पर्यटकों के साथ स्थानीय लोग भी मौज मस्ती के लिए बड़ी तादाद में आते हैं. उन्होंने कहा कि फिलहाल पहले चरण में 11 जगहों पर ही फूड ट्रक हब खोले जाएंगे और यहां पर प्लग एंड प्ले के आधार पर ही फूड ट्रक लगाने की व्यवस्था होगी.
क्या है ‘प्लग एंड प्ले’
प्लग एंड प्ले का उद्देश्य ऐसे उद्दमियों की मदद करना है जो जमीन के अभाव में अपना उद्योग नहीं लगा पा रहे हैं. उन्हें जमीन के साथ-साथ बिजली दी जाएगी. उद्यमी केवल अपने उपकर और मैनपावर साथ लाएंगे और उस जगह पर उपस्थित बिजली से अपने उद्दोग को चला सकेंगे और फूड ट्रकों को स्थाई जगह नहीं दी जाएगी.
अर्थव्यवस्था को होगा फायदा- बता दें कि राज्य सरकार लंबे समय से रात्रि की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने कि दिशा में काम कर रही है. यही वजह है कि फूड हब को रात 8 बजे से देर रात 2 बजे तक खोलने की योजना बनाई गई है. खाने के अलावा यहां लोगों को परफॉर्मेंस करने का भी अवसर मिलेगा. यदि कोई व्यक्ति अपने हुनर जैसे गिटार, गायन, नुक्कड़ नाटक का जौहर दिखाना चाहता है तो उसे इसके लिए अलग से जगह दी जाएगी.
60 हजार लोगों को मिलेगा रोजगार: बता दें कि दिल्ली सरकार ने रोजगार बजट में राजधानी में फूट ट्रक पॉलिसी लॉन्च करने की घोषणा की थी. इसका मकसद लोगों को रोजगार उपलब्ध कराना था. सरकार का अनुमान है कि इस पॉलिसी से लगभग 60 हजार लोगों को प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार मिलेगा. पर्यटन बढ़ने से अर्थव्यवस्था भी मजबूत होगी. फूड ड्रक हम में दिल्ली के मशहूर व्यंजनों को प्राथमिकता दी जाएगी.