संसद का पांच दिवसीय विशेष सत्र सोमवार से शुरू होगा. इससे पहले रविवार को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. ये बैठक पार्लियामेंट लाइब्रेरी बिल्डिंग में आयोजित की गई. इस दौरान विपक्षी दलों ने महिला आरक्षण विधेयक को पारित करने की वकालत की. उनका कहना है कि लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए कुल सीटों में से एक तिहाई आरक्षित करने का प्रावधान किया जाए.
सर्वदलीय बैठक में विपक्ष की ओर से महिला आरक्षण बिल पर चर्चा कराने की मांग पर संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राजनीतिक दल मांग करते रहते हैं. उपयुक्त समय पर उपयुक्त फैसला लिया जाएगा. आज बैठक में 34 दलों के 51 नेताओं ने हिस्सा लिया. कुल 8 बिल इस विशेष सत्र में लाने की तैयारी है.
सर्वदलीय बैठक में बीजेडी के सांसद पिनाकी मिश्रा ने महिला आरक्षण विधेयक का मुद्दा उठाया. उनका कहना है कि इस विधेयक की नवीन पटनायक लंबे समय से मांग कर रहे हैं. उन्होंने बैठक में वही दोहराया कि महिला आरक्षण बिल लाया जाए और नए संसद में उसको पारित कराया जाए. कई और दलों ने बैठक में महिला आरक्षण बिल लाने का समर्थन किया. कुछ लोग चाहते हैं कि आरक्षण में आरक्षण हो. जैसे कि महिला आरक्षण में भी एससी और ओबीसी हो. कोटा में कोटा दिया जाए. कोटा में कोटा की समाजवादी पार्टी ने मांग की. 7 बिल सरकार लाने की बात कर रही है
रेगुलर सेशन की तरह ही विशेष सत्र- अधीर रंजन
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि हमें लगता था विशेष सत्र में कोई बड़ा मुद्दा या कोई चमत्कार होगा, लेकिन बैठक में ये रेगुलर सेशन की तरह बताया गया है. कहा गया है कि 3-4 बिल हैं. आज पता चला कि रेगुलर सेशन की तरह ही विशेष सत्र ला रहे हैं, लेकिन जीरो ऑवर से हमको वंचित किया जा रहा है. कल 11 बजे से आजादी के 75 साल पर चर्चा होगी. हम महंगाई, चीन का अतिक्रमण, जाति जनगणना, बेरोजगारी आदि पर चर्चा चाहते हैं. महिला आरक्षण बिल को इस सत्र में पारित करने की मांग विपक्षी दलों ने उठाई है.
केंद्र सरकार के सरप्राइज एलिमेंट पर अधीर रंजन ने कहा कि इस सरकार में सब कुछ मुमकिन है. वहीं, एनसीपी (अजित गुट) नेता प्रफुल्ल पटेल का कहना है कि हमें उम्मीद है कि महिला आरक्षण विधेयक संसद में पेश होने पर आम सहमति से पारित हो जाएगा.
संजय सिंह ने की इन मुद्दों पर चर्चा की मांग
आम आदमी पार्टी से राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि संसद के सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक में कई महत्वपूर्ण मुद्दे उठे. सभी विपक्ष की पार्टियों ने एक स्वर में मुझे और राघव चड्ढा को बहाल करने की मांग की. संजय सिंह ने कहा कि संसद के विशेष सत्र में पंजाब का RDF फंड रिलीज हो, बॉर्डर स्टेट होने के कारण स्पेशल पैकेज दिया जाय, चुनाव आयोग के चयन प्रक्रिया में कोई बदलाव न किया जाय, महिला आरक्षण, जाति जनगणना, अडानी मामला, CAG रिपोर्ट, मणिपुर, मेवात सहित इन तमाम मुद्दों पर चर्चा होनी चाहिए.