मुंबई: कोरोना काल मे न्यू ईयर का स्वागत लोग सादगी से करें इसके लिए महाराष्ट्र सरकार ने नियमावली जारी कर दी है. उद्धव सरकार ने मुंबईकरों से नए साल का स्वागत घर बैठकर करने की अपील की है. मुंबई में नाईट कर्फ्यू रात 11 से सुबह 6 बजे तक लागू रहेगा.
सरकार ने लोगों से अपील है कि हो सके तो नागरिक दिन में भी सार्वजनिक जगहों पर भीड़ करने से बचें और नए साल का स्वागत बेहद सादगी से करें. नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के आदेश दिए गए हैं.
न्यू ईयर को लेकर महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी की गई नियमावली
- कोरोना के हालात को देखते लोगो से अपील की जाती है कि नए साल का स्वगत लोग घर बैठे करें, हो सके तो घरों से बाहर ना निकले अपने घरों में रहकर नए साल का स्वागत सादगी से करें.
- 31 दिसंबर के दिन नागरिक समुद्र तट, उद्यान, विशेष रूप से मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया, मरीन लाइन्स, गिरगांव चौपाटी, जुहू चौपाटी साथ ही सार्वजनिक स्थानों पर इकठा होकर भीड़ करने से बचें.
- सार्वजनिक स्थानों पर सामाजिक दूरी का सकती से पालन करें साथ ही मास्क और सेनिटाइजर का उपयोग करें.
- खास कर बड़े बुजुर्ग (60) और बच्चें (10) घर से बाहर जाने से परहेज करें.
- 31 दिसंबर को किसी भी तरह के धार्मिक या सांकृतिक कार्यक्रमों का आयोजन न करें.
- नए साल के पहले दिन भक्त भारी संख्या में धर्मिक स्थलों पर दर्शन करने पहुंचते हैं. इस साल ऐसा करने से बचें. नए साल में आतिशबाजी ना करें. नियमों का सख्ती से पालन करें.
- नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी.
- नाईट कर्फ्यू रात 11 बजे से सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा.
- बता दें कि नए वर्ष के दिन होटल्स, रेस्टोरेंट, पब्स को 11 बजे तक ही खुले रहने की मंजूरी मिली है. 11 बजे के बाद के बाद होटल्स, रेस्टोरेंट इत्यादि जगह नियमों को ताक पर रखते हुए खुली पाई जाएमगी तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
महाराष्ट्र में कोविड-19 के 2,498 नए मामले आए, 50 मरीजों की मौत
महाराष्ट्र में सोमवार को कोविड-19 के 2,498 नए मामले सामने आने से संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 19,22,048 हो गए. स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में दिन के दौरान संक्रमण से 50 मौतें हुईं, जिससे राज्य में इस महामारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 49,305 हो गई. उपचार के बाद कुल 4,501 रोगियों को छुट्टी दे दी गई, जिसके बाद राज्य में ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 18,14,449 हो गई. राज्य में उपचाराधीन रोगियों की संख्या अब 57,159 है.