एचडीएफसी बैंक ( HDFC Bank ) के अधिकारी ने बताया कि न्यू कोविड वैक्सीन के नाम पर धोखाधडी की जा रही है तथा इसका भुगतान करने या वित्तीय विवरण मांगा जा रहा है.
इन दिनों कोरोना वैक्सिनेशन के नाम पर आम लोगों के साथ धोखाधड़ी के कई मामले सामने आ रहे हैं. चाहे वैक्सीन के दाम को लेकर हो या फिर इसको लगवाने की प्रक्रिया को लेकर. कई लोग इस मामले को लेकर अफवाह फैला रहे हैं. इसी को देखते हुए देश के सबसे बड़ी निजी बैंक एचडीएफसी ने एक अभियान चलाया है. इस अभियान का मकसद इस तरह के अफवाहों पर लगाम लगाना है.
इसी के तहत एचडीएफसी बैंक लिमिटेड ने विश्वव्यापी महामारी कोविड-19 के नए टीके (वैक्सीन) के नाम पर की जा रही धोखाधड़ी से लोगों को जागरूक किया है. एचडीएफसी बैंक के अधिकारी ने बताया कि न्यू कोविड वैक्सीन के नाम पर धोखाधडी की जा रही है तथा इसका भुगतान करने या वित्तीय विवरण मांगा जा रहा है. ताकि आपकी टीकाकरण वैधता की जांच की जा सके.
कैंपेन के जरिए लोगो को किया अलर्ट
एटडीएफसी बैंक ने कहा है कि इस तरह के घोटालों से सतर्क रहें, क्यों कि हैल्थवर्कर या सरकारी कर्मचारी कभी भी आपकी योग्यता मापदण्ड के अनुसार भुगतान के या वित्तीय विवरण के बारे में पूछताछ नहीं करते. बैंक ने इस बाबत फेसबुक पर एक ऑडियो अभियान भी जारी किया है. बैंक के इसके लिए दो मिनट का ऑडियो कैंपेन ‘मुंह बंद रखो’ की शुरूआत की है.
तीसरी तिमाही में जोरदार मुनाफा
इससे पहले एचडीएफसी बैंक ने शनिवार को तीसरी तिमाही में जमकर मुनाफा कमाया. बैंक का चालू वित्त वर्ष की दिसंबर में समाप्त तीसरी तिमाही का एकीकृत शुद्ध लाभ 14.36 प्रतिशत बढ़कर 8,760 करोड़ रुपए पर पहुंच गया. एकल आधार पर बैंक का शुद्ध मुनाफा 18.09 प्रतिशत बढ़कर 8,758.29 करोड़ रुपये रहा. एकल आधार पर तिमाही के दौरान बैंक की कुल आय बढ़कर 37,522 करोड़ रुपए पर पहुंच गई, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 36,039 करोड़ रुपए रही थी.
नए सीईओ की अगुवाई में मुनाफा
बैंक के नए मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) और प्रबंध निदेशक शशिधर जगदीशन की अगुवाई में यह पहला तिमाही नतीजा है. इस दौरान बैंक की संपत्ति की गुणवत्ता में सुधार हुआ. तिमाही के दौरान बैंक की सकल एनपीए कुल ऋण का 0.81 प्रतिशत रहीं, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की इसी तिमाही में 1.42 प्रतिशत तथा पिछली सितंबर तिमाही में 1.08 प्रतिशत पर थीं.