लोकसभा की सुरक्षा में सेंध लगने का मामला लगातार सुर्खियों में हैं। संसद के दोनों सदनों में हंगामा होने के कारण कार्यवाही भी बाधित हुई। विपक्षी दल गृह मंत्री अमित शाह और पीएम मोदी से संसद में जवाब देने की मांग कर रहे हैं। इसी बीच लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों को पत्र लिखा है। उन्होंने उच्चस्तरीय समिति के गठन की बात कही है।
सांसदों को सुरक्षा का भरोसा दिलाया
हंगामे के कारण बाधित हुई दोनों सदनों की कार्यवाही को लेकर लोकसभा स्पीकर ने चिंता जताई। उन्होंने सांसदों से कहा कि सदन को सुचारू रूप से चलाने में सहयोग करना अपेक्षित है। ओम बिरला ने कहा कि संसदीय परिसर की सुरक्षा के लिए उन्होंने खुद एक उच्चाधिकार समिति का गठन किया है। बिरला ने कहा कि यह समिति पूरे संसद कॉम्प्लेक्स की सुरक्षा से जुड़े अलग-अलग पहलुओं की समीक्षा करेगी। उन्होंने भरोसा दिलाया कि समिति ऐसे ठोस उपाय और योजना तैयार करेगी जिससे भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई न जा सकें।
भाजपा सांसद पर कार्रवाई की मांग
बता दें कि बीते 13 दिसंबर को संसद पर आतंकी हमले की 22वीं बरसी थी। इसी दिन दोपहर करीब एक बजे दो लोग दर्शक दीर्घा से अचानक संसद में कूद पड़े। इस मामले में कर्नाटक से निर्वाचित भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा का नाम भी चर्चा में है। विजिटर पास पर प्रताप सिम्हा का नाम लिखा होने के कारण विपक्षी सांसद उनके खिलाफ भी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
आतंकी हमले की 22वीं बरसी के दिन सुरक्षा में सेंध
संसद की कार्यवाही के दौरान सुरक्षा में गंभीर चूक के इस मामले में 13 दिसंबर को भी जोरदार हंगामा हुआ था। अगले दिन विपक्षी दलों ने पीएम मोदी या गृह मंत्री शाह से बयान की मांग को लेकर भी हंगामा किया। अशोभनीय आचरण के आरोप में विपक्षी सांसदों को निलंबित किया गया है। विपक्षी पार्टियां सरकार पर आवाज दबाने और जवाबदेही से भागने के आरोप लगा रही हैं।