गुजरात में राहुल गांधी ने जिस तरह से अपने ही नेताओं की पोल खोली, उसके बाद से कांग्रेस पार्टी में सियासत गरमा गई है. राहुल के बयान पर दिग्विजय सिंह की प्रतिक्रिया सानने आई है. कांग्रेस वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम ने ट्वीट कर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने पहले राहुल के बयान की तारीफ और फिर खुलासा करते हुए पार्टी पर निशाना भी साधा.
दिग्विजय सिंह ने कहा कि मैं राहुल गांधी जी को उनके बयान के लिए बधाई देता हूं. मुझे याद है मैं जब एमपी के मुख्यमंत्री के रूप में गुजरात में प्रचार करने गया था तब मुझे निर्देश दिए गए थे कि मैं संघ के खिलाफ ना बोलूं. हिंदू नाराज हो जाएंगे. संघ हिंदुओं का प्रतिनिधित्व नहीं करता. वह केवल धर्म के नाम से हिंदुओं को गुमराह कर उनका शोषण करता है. हिंदुओं के धर्मगुरु शंकराचार्य जी की हजारों वर्षों की स्थापित परंपरा है. वह आज भी कायम है. उनमें से कौन से शंकराचार्य जी हैं जो आज बीजेपी-आरएसएस के समर्थक हैं? दिग्विजय सिंह ने कहा कि भाजपा शोषक तत्वों का समूह है, जिसका एक मात्र उद्देश्य है लोगों को धर्म के नाम पर लूट कर सत्ता हासिल करना है. जय सिया राम. कांग्रेस नेता ने अपने इस ट्वीट में जयराम रमेश, पवन खेड़ा और प्रियंका गांधी को भी टैग किया है.
कांग्रेस में बब्बर शेर लेकिन शेरों के पीछे चेन लगी- राहुल
राहुल गांधी ने शनिवार को अहमदाबाद में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा था कि कांग्रेस में नेताओं की कमी नहीं हैं. कांग्रेस में बब्बर शेर हैं लेकिन शेरों के पीछे चेन लगी है, बंधे हुए हैं. आधे भाजपा के लिए काम कर रहे हैं. राहुल ने कहा कि कांग्रेस रेस के घोड़े को बारात में डाल देती है. कुछ लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए. राहुल ने कहा कि नेताओं को जनता से जुड़ने की जरूरत है. हमने भारत जोड़ो यात्रा में ये कर दिखाया है. हमारे नेताओं को जनता के पास जाने की जरूरत है. कांग्रेस सांसद ने कहा कि अगर हमें सख्त कार्रवाई करनी पड़े. 30-40 लोगों को निकालना पड़े तो निकाल देना चाहिए. बीजेपी के लिए लोग अंदर से काम कर रहे हैं, तो उन लोगों को निकालो.